अफगानिस्तान की तालिबानी सरकार लगातार नए नए फरमान जारी किए जा रही है. फरमान भी ऐसे जिसके बारे में सोचकर ही रूह कांप उठे. इसी क्रम में तालिबान ने एक और नया फरमान जारी किया है. तालिबान शासन ने एक फरमान में किसी भी जीवित वस्तु की फोटो या वीडियो लेने पर प्रतिबंध लगा दिया है. प्रतिबंध का उल्लंघन करने वाले किसी भी व्यक्ति को "शरीयत" के अनुसार दंडित किया जाएगा और तालिबान अधिकारियों द्वारा जेल भेजा जाएगा. Pakistan To Be Divided Again: पाकिस्तान के होंगे दो टुकड़े! अफगानिस्तान ने दी विभाजन की धमकी, कहा- 1971 जैसा हाल होगा.
तालिबान के गढ़ कंधार में अधिकारियों ने इस सप्ताह की शुरुआत में किसी भी जिंदा चीज की तस्वीर या वीडियो नहीं बनाने का आदेश जारी किया. तालिबान अधिकारी गतिविधियों पर नजर रखने और तस्वीरें अपलोड करने वाले किसी भी व्यक्ति का पता लगाने के लिए सोशल मीडिया पर नजर रखेंगे.
तालिबान के न्याय मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी मोहम्मद हाशिम शहीद वरोर ने बुधवार को काबुल में एक सेमिनार में कहा, "तस्वीरें लेना बहुत बड़ा गुनाह है." स्थानीय मीडिया के मुताबिक एक बयान में मोहम्मद हाशिम ने कहा, "तस्वीरें लेना बहुत बड़ा पाप है, भले ही पत्रकार तस्वीरें ले रहे हों." उन्होंने कहा, "मीडिया में हमारे दोस्त और अफगान नागरिक भी हमेशा इस पाप में लगे रहते हैं और हमेशा अनैतिकता की ओर आकर्षित होते हैं."
नागरिक और सैन्य अधिकारियों को लिखे एक पत्र में प्रांतीय गृह मंत्रालय ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि "अपनी औपचारिक और अनौपचारिक बैठकों में जीवित चीजों की तस्वीरें लेने से बचें, क्योंकि इससे फायदे की तुलना में नुकसान अधिक होता है." निर्देश में कहा गया है कि अधिकारियों की बैठकों में टेक्स्ट और ऑडियो की इजाजत है.