Astronomical Events 2023 Dates: इस साल खगोलीय घटनाओं में देखें उल्कापात, वुल्फ मून, हाइब्रिड सूर्य ग्रहण आदि! ऑनलाइन देखने के लिए मुफ्त डाउनलोड करें! देखें संपूर्ण कैलेंडर!
आकाश में सितारों के दिव्य नजारे देखने वालों के लिए यह साल अवश्य रोमांचित भरा होगा. आप भी यह जानने के लिए अवश्य उत्सुक होंगे कि उल्का पिंडों की बरसात, नये धूमकेतु एवं विभिन्न ग्रहों की अठखेलियां को कब, कहां और कैसे देखा जाए
Astronomical Events 2023 Dates: आकाश में सितारों के दिव्य नजारे देखने वालों के लिए यह साल अवश्य रोमांचित भरा होगा. आप भी यह जानने के लिए अवश्य उत्सुक होंगे कि उल्का पिंडों की बरसात, नये धूमकेतु एवं विभिन्न ग्रहों की अठखेलियां को कब, कहां और कैसे देखा जाए, साथ ही चंद्रग्रहण एवं सूर्यग्रहण का रोमांच भी देखने को मिलेगा. इसके लिए लेटेस्टली आपकी मदद के लिए हमेशा की तरह तत्पर है. विभिन्न स्रोतों के अनुसार नये वर्ष में आकाशीय उन्माद, ग्रहों के गठबंधन, सौर ग्रहों की जोड़ी, उल्कापात, चंद्रमा के विभिन्न चरणों की झलक देखने की उम्मीद कर सकते हैं.
ब्रह्माण्ड के हैरान और रोमांचित कर देने वाले नजारे आपको तभी रोमांचित करेंगे, जब आपको हर पल की सटीक जानकारी पता होगी. हमारे यूजर्स आकाशीय घटनाओं के दुर्लभ दर्शन का अवसर न चूकें. यहां इस साल 2023 के कैलेंडर में वर्ष की कुछ ऐसी ही घटनाओं की पूरी सूची यहां प्रस्तुत कर रहे हैं. साल 2023 के लिए हमारे सौर मंडल में उल्लेखनीय खगोलीय घटनाएं घटेगी. यह भी पढ़े: Full Wolf Moon 2023: ‘फुल वुल्फ मून’ की खगोलीय घटना 6 जनवरी को, जानें समय, लाइव स्ट्रीमिंग और इससे जुड़ी महत्वपूर्ण बातें
* जनवरी 2023 की खगोलीय घटनाएं
3-4 जनवरी: चतुर्भुज उल्कापात होगी.
06 जनवरी: फुल वुल्फ चंद्रमा, जो सूर्य के रूप में पृथ्वी के विपरीत दिशा में स्थित होगा और उसकी दिव्य चमक दिखेगी.
22 जनवरी: शुक्र और शनि का संयोजन दिखेगा
* फरवरी 2023 खगोलीय घटनाएं
05 फरवरी: स्नो मून (पूर्णिमा).
22 फरवरी: इस दिन चंद्रमा और बृहस्पति ग्रह का पास के शुक्र के साथ टकराव देखा जाएगा.
* मार्च 2023 की खगोलीय घटनाएं.
1 मार्च: दो सुपर चमकीले बृहस्पति और शुक्र ग्रह एक-दूसरे के सबसे करीब पहुंचेंगे.
7 मार्च: पूर्ण वर्म चंद्रमा.
20 मार्च: मार्च विषुव, जो उत्तरी गोलार्ध में वसंत का पहला दिन है.
* अप्रैल 2023 खगोलीय घटनाएं
06 अप्रैल: इस रात चंद्रमा पूर्ण गुलाबी रंग का दिखेगा.
11 अप्रैल: बुध पूरे स्वरूप में होगा, साथ ही इस दिन शुक्र ग्रह को नंगी आंखों से देखा जा सकेगा.
20 अप्रैल: हाइब्रिड सूर्य ग्रहण, यद्यपि कुछ क्षेत्रों में यह संपूर्ण सूर्य ग्रहण होगा, अन्य स्थानों पर कुंडलाकार होगा.
22-23 अप्रैल: लिरिड्स उल्कापात होगी, जिसे 22 अप्रैल की रात और 23 अप्रैल की सुबह चरम पर होगा.
* मई 2023 आकाशीय घटनाएं
05 मई: पूर्ण फ्लावर मून और उपच्छाया चंद्र ग्रहण.
6-7 मई: 6 मई की रात और 7 मई की सुबह औसत से अधिक जलीय उल्का बौछार दिखाई देगी.
22-23 मई: इस दिन पश्चिमी आकाश की छोर पर चंद्रमा,मंगल और शुक्र एक धनुष के रूप में दिखेंगे!
* जून 2023 खगोलीय घटनाएं
3 जून: पूर्ण चंद्रमा स्ट्रॉबेरी की तरह दिखेगा.
4 जून: सूर्यास्त के बाद शुक्र ग्रह को आकाश के पश्चिमी छोर पर नग्न आंखों से देखा सकेगा.
21 जून: जून संक्रांति उत्तरी गोलार्ध में ग्रीष्म काल का पहला दिन और दक्षिणी गोलार्ध में सर्दियों का पहला दिन होता है.
* जुलाई 2023 की खगोलीय घटनाएं..
3 जुलाई: सुपरमून या फुल बक मून.
28-29 जुलाई: डेल्टा एक्वारिम्स उल्का बौछार होगी, जो मार्सडेन और क्रेच धूम केतुओं द्वारा छोड़े गए मलबे से निर्मित होगा.
* अगस्त 2023 खगोलीय घटनाएं
01 अगस्त: फुल स्टर्जन मून है जो ग्रीष्म ऋतु का दूसरा फुल मून होगा.
27 अगस्त: शनि विरोध में रहेगा और उसका मुख होगा. पूरी तरह से सूर्य से प्रकाशित हो.
30 अगस्त: आखिरी पूर्णिमा को सुपरमून या ब्लू मून भी कहा जाता है.
* सितंबर 2023 खगोलीय घटनाएं
23 सितंबर: सितंबर विषुव. तारीख शरद ऋतु का पहला दिन है, यानी दक्षिण गोलार्ध में शरद ऋतु विषुव.
29 सितंबर: फ़ुल हार्वेस्ट मून, शरद ऋतु की पूर्णिमा.
* अक्टूबर 2023 खगोलीय घटनाएँ
7 अक्टूबर: ड्रेकोनिड्स उल्का बौछार, जो ड्रेको नक्षत्र से विकीर्ण होगा, यह आकाश में कहीं भी दिखाई दे सकता है.
14 अक्टूबर: वलयाकार सूर्य ग्रहण.
21-22 अक्टूबर: ओरियनिड उल्का बौछार होगी. यह आधी रात के बाद किसी अंधेरी जगह से यह बौछार देखी जा सकेगी.
28 अक्टूबर: पूर्ण चंद्रमा।
28 अक्टूबर: आंशिक चंद्र ग्रहण, इस दौरान चंद्रमा का एक हिस्सा धुंधला दिखाई देगा, क्योंकि इस दौरान चंद्रमा पृथ्वी की छाया से होकर गुजरता है.
* नवंबर 2023 खगोलीय घटनाएं
4-5 नवंबर: प्रत्येक घंटे लगभग 5-10 उल्का की बौछार होगी.
नवंबर 17-18: लियोनिड की उल्का बौछार
27 नवंबर: फुल बीवर मून
* दिसंबर 2023 आकाशीय घटनाएं
13-14 दिसंबर: जेमिनिड उल्का की बौछार होगी, इसे उल्का वर्षा के राजा के रूप में जाना जाता है.
21-22 दिसंबर: इन दो दिनों तक उर्सिड्स उल्का की बौछार होगी.
22 दिसंबर: दिसंबर संक्रांति का पहला दिन होगा, उत्तरी गोलार्ध में शीत ऋतु और दक्षिणी गोलार्द्ध में ग्रीष्म ऋतु का पहला दिन.
26 दिसंबर: पूर्ण शीतल चंद्रमा.