Sunita Williams Return Schedule: 12 या 19 मार्च, अंतरिक्ष से कब लौटेंगी सुनीता विलियम्स? यहां जानें पृथ्वी पर वापसी का पूरा शेड्यूल (Watch Video)
स्पेसएक्स क्रू-10 मिशन के अंतरिक्ष यात्री उनकी जगह लेने के लिए तैयार हैं. यह नया मिशन फ्लोरिडा के कैनेडी स्पेस सेंटर से बुधवार 12 मार्च को भारतीय समयानुसार सुबह 5:18 बजे लॉन्च किया जाएगा.
Sunita Williams Return Schedule: नासा के अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर आखिरकार 9 महीने बाद धरती पर लौटने के लिए तैयार हैं. यह मिशन सिर्फ 10 दिनों के लिए तय किया गया था. दोनों अंतरिक्ष यात्री जून में बोइंग स्टारलाइनर मिशन के तहत अंतरिक्ष में गए थे, लेकिन तकनीकी दिक्कतों के कारण उनकी वापसी में देरी हो गई थी. अब वे स्पेसएक्स क्रू-9 टीम के साथ लौटेंगे. वहीं, स्पेसएक्स क्रू-10 मिशन के अंतरिक्ष यात्री उनकी जगह लेने के लिए तैयार हैं. यह नया मिशन फ्लोरिडा के कैनेडी स्पेस सेंटर से बुधवार 12 मार्च को भारतीय समयानुसार सुबह 5:18 बजे लॉन्च किया जाएगा.
विलियम्स और विल्मोर को वापस लाने की प्रक्रिया क्रू-10 के अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर सफलतापूर्वक पहुंचने के बाद ही शुरू होगी.
सुनीता और बुच की वापसी की तैयारी तेज
तकनीकी दिक्कतों की वजह से हुआ बदलाव
दरअसल, बोइंग स्टारलाइनर कैप्सूल में हीलियम लीक्स और प्रणोदन प्रणाली (propulsion system) की दिक्कतों के चलते उनकी वापसी टलती रही. नासा ने सितंबर में बिना किसी इंसान के स्टारलाइनर को पृथ्वी पर वापस लाने का फैसला लिया, ताकि इस दौरान सभी तकनीकी समस्याओं को हल किया जा सके. नासा ने पहले ही घोषणा कर दी थी कि अब विलियम्स और विलमोर को स्पेसएक्स ड्रैगन कैप्सूल से वापस लाया जाएगा, जो पहले ही क्रू-9 मिशन के तहत आईएसएस पर मौजूद है.
इस कैप्सूल में कुल चार अंतरिक्ष यात्रियों के बैठने की क्षमता है, और क्रू-9 टीम ने दो सीटें विलियम्स और विलमोर के लिए पहले से रिज़र्व रखी थीं.
19 मार्च को हो सकती है वापसी
हालांकि, सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर की वापसी की अंतिम तारीख अभी तय नहीं हुई है. अनुमान है कि वे 19 मार्च को पृथ्वी पर लौट सकते हैं, लेकिन नासा इस पर औपचारिक घोषणा बाद में करेगा. इस पूरी प्रक्रिया के दौरान नासा यह सुनिश्चित करेगा कि क्रू-10 टीम पहले सुरक्षित रूप से आईएसएस पर पहुंचे और सभी जरूरी व्यवस्थाएं पूरी की जाएं.
यह मिशन नासा के लिए बेहद महत्वपूर्ण रहा है क्योंकि इससे बोइंग स्टारलाइनर की कमियों को उजागर किया गया और भविष्य के मिशनों को और बेहतर बनाने का अवसर मिला. अंतरिक्ष प्रेमियों की नजर अब 12 मार्च के लॉन्च और 19 मार्च की संभावित वापसी पर टिकी हुई है.