देश भर में लोकप्रिय ऑनलाइन गेम ‘प्लेयर अननोन बैटलग्राउंड्स’ (PUBG) की लत युवाओं में बढ़ती ही जा रही है. पबजी की लत एक नशे की तरह है जो युवाओं से लेकर बच्चों तक को अपनी शिकार बना रही है. पिछले कुछ समय में ऐसी कई खबरें आई हैं जिनसे पता चलता है कि इस गेम को खेलने वाले युवा और बच्चे खुद को नुकसान भी पहुंचा लेते हैं. ऐसी खबरों के मद्देनजर कदम उठाते हुए गुजरात (Gujarat) के सूरत (Surat) जिला प्रशासन ने पबजी गेम पर बैन लगा दिया है.
पबजी पर बैन लगाने को लेकर बताया जा रहा है कि इस गमे के कारण बच्चों और युवाओं का व्यवहार काफी उग्र होता जा रहा था. इसके साथ ही इनमें इस गेम की लत भी बढ़ती जा रही थी. प्रशासन का कहना है कि इस गेम की लत के कारण छात्र पढ़ाई पर ध्यान नहीं दे रहे थे. लिहाजा प्रशासन को पबजी बैन करने का फैसला लेना पड़ा. इस गेम पर प्रतिबंध 9 मार्च से लागू होगा. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पबजी पर बैन लगाने का सर्कुलर जिले के कई प्राथमिक शिक्षा अधिकारियों को भेज दिया गया है.
गुजरात बाल विकास विभाग की चेयरपर्सन जागृति पांड्या ने राज्य में पबजी गेम को बैन करने का सुझाव दिया है. जागृति पंड्या ने कहा कि एनसीपीसीआर ने सभी राज्यों को पत्र भेजकर खेल पर प्रतिबंध लगाने की सिफारिश की थी. सभी राज्यों को इसे लागू करने की आवश्यकता है. खेल के नकारात्मक प्रभावों को देखते हुए, हमने हाल ही में राज्य सरकार को एक पत्र भेजा था जिसमें गेम पर बैन लगाने की सिफारिश की गई थी. यह भी पढ़ें- WhatsApp यूजर्स के लिए खुशखबरी! इस महीने लॉन्च होंगे टॉप 5 फीचर्स, होंगे ये फायदे
गौरतलब है कि पिछले महीने गोवा के सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रोहन खाउंटे ने पबजी गेम पर राज्य में रोक लगाने के लिए कानून बनाए जाने की जरूरत की बात कही थी. खाउंटे ने कहा था कि यह गेम हर घर में ‘‘राक्षस’’ का रूप ले चुका है और छात्र इसे खेलने में व्यस्त हैं व अपनी पढ़ाई पर उनका ध्यान नहीं है.