OLA इलेक्ट्रिक ने स्वेच्छा से 1,441 ई-स्कूटर वापस मंगाए
ओला इलेक्ट्रिक ने रविवार को कहा कि वह संबंधित बैच की विस्तृत जांच करने के लिए स्वेच्छा से 1,441 ई-स्कूटर वापस मंगा रही है. कंपनी ने कहा कि 26 मार्च को पुणे में ओला एस1 प्रो ई-स्कूटर में आग लगने की घटना की आंतरिक जांच से पता चला है कि 'थर्मल घटना एक अलग घटना थी.
नई दिल्ली, 24 अप्रैल : ओला इलेक्ट्रिक ने रविवार को कहा कि वह संबंधित बैच की विस्तृत जांच करने के लिए स्वेच्छा से 1,441 ई-स्कूटर वापस मंगा रही है. कंपनी ने कहा कि 26 मार्च को पुणे में ओला एस1 प्रो ई-स्कूटर में आग लगने की घटना की आंतरिक जांच से पता चला है कि 'थर्मल घटना एक अलग घटना थी.' ओला इलेक्ट्रिक ने एक बयान में कहा, "एक पूर्व-उपाय के रूप में, हम उस विशिष्ट बैच में स्कूटरों का विस्तृत निदान और स्वास्थ्य जांच करेंगे और इसलिए, 1,441 वाहनों की स्वैच्छिक वापसी करा रहे हैं."
शनिवार को, ओला के संस्थापक और सीईओ भाविश अग्रवाल ने कहा कि कंपनी ईवी निर्माताओं को दोषपूर्ण ई-स्कूटर के लिए दंडित करने के सरकार के कदम की सराहना करती है और अगर उसे लगता है कि उसके किसी भी बैच में कोई समस्या है, तो वह उन ई-स्कूटरों को तुरंत वापस मंगा लेगी.अग्रवाल ने ओला फ्यूचर फैक्ट्री में संवाददाताओं से कहा कि हम हाल ही में ईवी में आग लगने की घटनाओं से चिंतित हैं और सरकार की चिंताओं का पूरा समर्थन करते हैं. अगर हमें अपने स्कूटरों में कोई खराबी मिलती है, तो उस बैच को वापस बुलाना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता होगी. एक ताजा बयान में, कंपनी ने कहा कि इन स्कूटरों का "हमारे इंजीनियरों द्वारा निरीक्षण किया जाएगा और सभी बैटरी सिस्टम, थर्मल सिस्टम के साथ-साथ सुरक्षा प्रणालियों में पूरी तरह से निदान किया जाएगा." यह भी पढ़ें : जरुरी जानकारी | डब्ल्यूटीटीसी ने जिम्मेदार यात्रा एवं पर्यटन सुनिश्चित करने के लिए जारी किए मानक
ओला इलेक्ट्रिक ने कहा कि उसका बैटरी पैक पहले से ही "एआईएस 156" का अनुपालन करता है, जो कि यूरोपीय मानक "ईसीई 136" के अनुरूप होने के अलावा, भारत के लिए नवीनतम प्रस्तावित मानक है. तमिलनाडु के कृष्णागिरी जिले में अपनी विश्व स्तरीय निर्माण सुविधा में, कंपनी के पास योग्य इंजीनियरों के साथ-साथ नवीनतम बैटरी तकनीक है जो जांच कर सुनिश्चित करती है कि कोई भी दोषपूर्ण ई-स्कूटर सड़क पर न रहे.