
नई दिल्ली, 24 फरवरी : एलायंस ऑफ डिजिटल इंडिया फाउंडेशन (ADIF) ने गुरुवार को दावा किया कि गूगल भारत में भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) के आदेशों की घोर अवहेलना कर रहा है, ऐप डेवलपर्स से 11-26 प्रतिशत कमीशन वसूल रहा है. गूगल ने हाल ही में ऐप डेवलपर्स के लिए अपनी बिलिंग आवश्यकता में बदलाव किया है, जिसमें यह उल्लेख किया गया है कि यदि कोई उपयोगकर्ता वैकल्पिक बिलिंग प्रणाली के माध्यम से भुगतान करता है, तो गूगल प्ले सेवा शुल्क 4 प्रतिशत कम हो जाएगा.
जबकि गूगल द्वारा एक वैकल्पिक बिलिंग सिस्टम की अनुमति दी जाएगी, यह डेवलपर्स से सेवा शुल्क लेना जारी रखेगा जो सामान्य सेवा से 4 प्रतिशत कम होगा, जो उपयोगकर्ता द्वारा गूगल प्ले के बिलिंग सिस्टम (जीपीबीएस) विकल्प का लाभ उठाने पर लिया जाएगा - एडीआईएफ ने कहा कि उपयोगकर्ता की पसंद के तहत कमीशन की दर 11 प्रतिशत या 26 प्रतिशत होगी. कंपनी ने एक बयान में कहा, "इसलिए, गूगल की किसी भी सेवा का उपयोग नहीं करने के बावजूद ऐप डेवलपर्स को गूगल को कमीशन देने के लिए मजबूर होना पड़ेगा." गूगल द्वारा दावा किया गया कि बदलाव भारत में विनियामक विकास के जवाब में है, जो सीसीआई के आदेशों को संदर्भित करता है. यह भी पढ़ें : Twitter Down: टि्वटर हुआ डाउन! शिकायत करते हुए यूजर्स ने एलन मस्क से पूछा- दिक्कत क्या है भाई
एडीआईएफ ने कहा, "यह कानून के तहत अपने दायित्व से बचने के लिए गूगल द्वारा एक और जबरदस्त प्रयास के अलावा और कुछ नहीं है और जबकि गूगल का दावा है कि ये परिवर्तन विनियामक विकास के जवाब में स्पष्ट रूप से हैं, उक्त परिवर्तन उउक आदेश में उल्लिखित उपायों का घोर उल्लंघन है." एडीआईएफ ने पिछले साल अक्टूबर में गूगल पर 936.44 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया था, जो कि अपनी प्ले स्टोर नीतियों के संबंध में अपनी प्रमुख स्थिति का दुरुपयोग करने के अलावा एक संघर्ष विराम आदेश जार�