रोहित शर्मा
(Photo Credits: Twitter/ICC)
मेलबोर्न, 15 अक्टूबर : भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने कहा है कि टी20 विश्व कप जसप्रीत बुमराह से अधिक महत्वपूर्ण नहीं है और वे इसके लिए बुमराह के करियर को दांव पर नहीं लगा सकते. वह विश्व कप से पहले सभी कप्तानों के प्रेस कॉन्फ्ऱेंस में बोल रहे थे. गौरतलब है कि पीठ की चोट के कारण बुमराह टी20 विश्व कप से बाहर हो गए हैं. वह कम से कम छह सप्ताह मैदान से बाहर रहेंगे.
रोहित ने कहा, "हमने बुमराह की चोट के बारे में कई विशेषज्ञों से बात की लेकिन सभी जगह से हमें एक ही तरह की राय मिली. यह विश्व कप हमारे लिए महत्वपूर्ण है लेकिन उनका करियर और भी महत्वपूर्ण है. वह अभी 27-28 साल के हैं और उनमें बहुत क्रिकेट बाकी है. वह भविष्य में इस तरह की कई और प्रतियोगिताएं खेल सकते हैं. इसलिए हम जोखिम नहीं ले सकते. हां, हम उन्हें इस प्रतियोगिता में मिस जरूर करेंगे."
बुमराह की जगह अब भारतीय विश्व कप दल में मोहम्मद शमी को शामिल किया गया है. उन्होंने पिछले तीन महीने से कोई क्रिकेट नहीं खेला है और आखिरी टी20 अंतर्राष्ट्रीय मैच उन्होंने पिछले टी20 विश्व कप में ही खेला था. हां, उन्होंने आईपीएल के सभी 16 मैच खेलते हुए अपनी टीम के लिए सर्वाधिक 20 विकेट लिए थे, जिसमें पावरप्ले के दौरान सबसे अधिक 11 विकेट थे. यह भी पढ़ें : ICC T20 World Cup 2022 Live Streaming Online on Disney+ Hotstar: अब एक्शन की बारी, जानें कब और कहां देखें टी20 विश्व कप का Live Match
दक्षिण अफ्ऱीका और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 घरेलू सीरीज के लिए उनका चयन तो हुआ था लेकिन कोरोना के कारण उन्हें बाहर होना पड़ा. 28 सितंबर को कोरोना निगेटिव होने के बाद उन्होंने एनसीए, बेंगलुरु में अपनी ट्रेनिंग शुरू की थी. वह अब ऑस्ट्रेलिया पहुंच चुके हैं और रविवार को भारतीय दल के साथ अपने पहले अभ्यास सत्र में भाग लेंगे. रोहित ने कहा, "शमी ने पिछले 10 दिनों में एनसीए में बहुत मेहनत की है. वह कोविड से भी तेजी से उबरे हैं. उन्होंने तीन से चार नेट सत्र में गेंदबाजी का अभ्यास किया है और वह अच्छे नजर आ रहे हैं."
पर्थ में वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया टीम से दो अभ्यास मैच खेलने के बाद भारतीय टीम ब्रिस्बेन पहुंच चुकी है, जहां वे रविवार को अभ्यास करेगी. इस अभ्यास सत्र में शमी भी हिस्सा लेंगे. इसके बाद टीम को 17 और 19 अक्टूबर को क्रमश: ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के खिलाफ अभ्यास मैच खेलना है.
भारतीय कप्तान ने कहा, "चोट पर किसी का नियंत्रण नहीं है. यह कभी भी किसी को भी लग सकती है. इसलिए हम पिछले एक साल से खिलाड़ियों का एक पूल तैयार कर रहे हैं, जो हमेशा अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट के लिए तैयार रहें. इस दिशा में हर खिलाड़ी को रोटेशन पॉलिसी के आधार पर अंतर्राष्ट्रीय मैच का अनुभव भी मिल रहा है." उन्होंने अपनी गेंदबाजी आक्रमण पर भरोसा जताते हुए कहा कि सभी गेंदबाजों ने काफी मैच खेले हैं और हमें जरूर सफलता हासिल होगी.