चटगांव, 18 दिसंबर बांग्लादेश के मुख्य कोच रसेल डोमिंगो ने संकेत दिया है कि कप्तान शाकिब अल हसन अगले सप्ताह भारत के खिलाफ दूसरे और अंतिम टेस्ट में विशुद्ध बल्लेबाज के रूप में खेल सकते हैं. बाएं हाथ के स्पिन गेंदबाजी ऑलराउंडर शाकिब ने भारत की पहली पारी के दौरान केवल 12 ओवर फेंके और पसली तथा कंधे की समस्याओं के कारण दूसरे पारी में एक भी ओवर नहीं फेंका. यह भी पढ़ें: बांग्लादेश के मुख्य कोच रसेल डोमिंगो ने कहा- एक खराब सत्र ने हमारी संभावनाओं को खत्म कर दिया
बांग्लादेश की दूसरी पारी में उनके 84 रन टीम के सकारात्मक पहलुओं में से एक था. मेजबान टीम को पहले टेस्ट में 188 रन से हार का सामना करना पड़ा.
डोमिंगो ने कहा, ‘‘वह एक बल्लेबाज (केवल) के रूप में खेल सकता था. जाहिर तौर पर उसने पर्याप्त ओवर नहीं फेंके। वह अभी भी अपने कंधे और अन्य चोट से जूझ रहा है. इसके कारण हमारे पास सिर्फ चार गेंदबाज थे जो हमारे लिए एक बड़ा झटका था.’’
दाएं हाथ के मध्यम तेज गेंदबाज इबादत हुसैन भी पीठ की चोट के कारण दूसरी पारी में गेंदबाजी नहीं कर पाए.
डोमिंगो ने कहा, ‘‘इबादत भी चोटिल हो गया इसलिए हमारे पास सिर्फ तीन गेंदबाज रह गए. उस समय टीम को संतुलित करना बहुत मुश्किल था.’’
कोच ने कहा, ‘‘मैं शत प्रतिशत निश्चित नहीं हूं कि शाकिब गेंदबाजी कर पाएंगे या नहीं. वह निश्चित रूप से बल्लेबाज के रूप में खेलने के लिए उपलब्ध हैं जो हमारे लिए एक मुद्दा है. हमें एक ऑलराउंडर की जरूरत है.’’
टीम के प्रति शाकिब के समर्पण के बारे में सवाल पूछे जाने पर, डोमिंगो ने कहा,‘‘यह एक पेचीदा सवाल है। यह एक अच्छा सवाल है. वह बहुत ही शांतचित्त है लेकिन जब वह प्रतिस्पर्धा पेश करता है तो उसे प्रदर्शन पर गर्व होता है. बाहर से देखने पर आप सोच सकते हैं कि क्या वह वास्तव में चीजों की परवाह करता है?’’
उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन मुझे पता है कि उसे प्रदर्शन पर बहुत गर्व है. वह मैदान पर शर्मिंदा नहीं होना चाहता। वह शत प्रतिशत प्रतिस्पर्धा कर रहा है.’’
बांग्लादेश ने ढाका में 22 दिसंबर से शुरू होने वाले दूसरे टेस्ट के लिए 15 सदस्यीय टीम में बाएं हाथ के स्पिनर नासुम अहमद को शामिल किया है. बांग्लादेश की पहली पारी 150 रन पर सिमट गई जिसके बाद पहली पारी में 404 रन बनाए वाले भारत ने मेजबान टीम के सामने 513 रन का कठिन लक्ष्य रखा.
डोमिंगो ने कहा, ‘‘हम प्रतिस्पर्धा करना चाहते थे। भारत एक अच्छी टीम है लेकिन एक बार फिर बल्ले से एक खराब सत्र ने मैच में हमारी संभावनाओं को खत्म कर दिया.’’
उन्होंने कहा, ‘‘चार सौ एक अच्छा स्कोर है लेकिन चटगांव में इससे निपटा जा सकता है. हमें पहली पारी में 150 रन पर आउट नहीं होना चाहिए था। सबसे निराशाजनक बात बल्लेबाजों का खराब निर्णय लेना है.’’
डोमिंगो ने दावा किया कि शीर्ष क्रम में आत्मविश्वास की कमी है.
उन्होंने कहा, ‘‘शीर्ष क्रम में आत्मविश्वास की कमी है. हम मुश्किल हालात से बाहर निकलने का रास्ता नहीं ढूंढ पा रहे हैं। शीर्ष पांच या छह खिलाड़ियों में से कई अच्छी तरह से नहीं खेले या उनके प्रदर्शन में निरंतरता नहीं थी जैसा मैंने उम्मीद की थी.’’
कोच ने दूसरी पारी में शतक जड़ने वाले जाकिर हसन की जमकर तारीफ की.
उन्होंने कहा, ‘‘युवा खिलाड़ी जिसने हमारे साथ टेस्ट नहीं खेला था, वह इस समय आत्मविश्वास से भरा है. उसने हमें दिखाया है कि यह कैसे करना है। वह वास्तव में अच्छा खेला.’’
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