बता दें, भारत 2036 ओलंपिक खेलों की मेजबानी के लिए बोली लगाएगा. भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) ने भावी मेजबान आयोग (एफएचसी) के साथ बातचीत की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है.
पीएम ने पेरिस ओलंपिक से आए पूरे भारतीय दल को नई दिल्ली में अपने आवास पर आमंत्रित किया था.
एथलीटों को संबोधित करते हुए, उन्होंने पेरिस ओलंपिक में भाग लेने वाले एथलीटों से अपना एक्सपीरियंस शेयर करने के लिए कहा, जिससे भारत को अपनी तैयारियों को पुख्ता करने में मदद मिले और देश को 2036 में खेलों की मेजबानी के लिए तैयार होने में मदद मिले.
इसके अलावा, प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय दल को अपनी '2036 टीम' का अभिन्न अंग बताया और खेल मंत्रालय से एक दस्तावेज तैयार करने तथा खिलाड़ियों की टिप्पणियों और सुझावों पर गहनता से विचार करने को कहा.
उन्होंने कहा, "आप मेरी 2036 की टीम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं, जो हमें दुनिया में किसी अन्य देशों की तरह ओलंपिक की मेजबानी करने में मदद कर रहे हैं. मैं चाहूंगा कि खेल मंत्रालय एक दस्तावेज तैयार करे और एथलीटों से जानकारी एकत्र करे ताकि हम अच्छी योजना बना सकें."
"आप खिलाड़ियों को हमें सुझाव भी देने चाहिए कि भारतीय खेलों को और कैसे बेहतर बनाया जा सकता है. आपकी प्रतिक्रिया और सुझाव बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि भविष्य में देश का प्रतिनिधित्व करने वालों का मार्गदर्शन करना आपकी जिम्मेदारी है. आपको सोशल मीडिया पर खिलाड़ियों के साथ बातचीत करनी चाहिए। खेल मंत्रालय भी अलग-अलग जगहों पर ऐसे सत्र आयोजित कर सकता है."
ओलंपिक के लिए मेजबानी अधिकारों का चयन अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) द्वारा एक मेजबान चयन प्रक्रिया के माध्यम से किया जाता है. आईओसी के पास एक समर्पित निकाय है, जिसे फ्यूचर होस्ट कमीशन कहा जाता है, जो इस विषय पर बारीकी से नजर रखते हैं.