Paris Olympics 2024: पेरिस ओलंपिक 2024 के उद्घाटन समारोह में एक शानदार कार्यक्रम देखने को मिला, जिसमें प्रतिस्पर्धी देशों के एथलीट सीन नदी पर नावों पर सवार थे. इस कार्यक्रम में लेडी गागा, आया नाकामुरा आदि जैसे कलाकारों ने शानदार परफॉर्म भी किया. हालाँकि, उद्घाटन समारोह में ड्रैग क्वीन्स द्वारा "द लास्ट सपर" के पुनः अभिनय को लेकर विवाद खड़ा हो गया. नेटिज़ेंस ने सोशल मीडिया पर ड्रैग क्वीन्स की आलोचना की, क्योंकि उन्होंने "अत्यधिक कामुक और ईशनिंदा" वाले उद्घाटन समारोह में एक बच्चे को शामिल किया, जिसमें जीसस के "द लास्ट सपर" के पुनः अभिनय को दर्शाया गया था. यह भी पढ़ें: पेरिस ओलंपिक के ओपनिंग सेरेमनी में लेडी गागा ने अपने परफॉर्मेंस से लगाई सीन नदी में आग, देखें तड़कता भड़कता वीडियो
सोशल मीडिया पर इस परफॉरमेंस का वीडियो वायरल होने के बाद, कई यूजर्स और आलोचकों ने आयोजकों की कड़ी आलोचना की है. उनका कहना है कि बच्चों को इस तरह के प्रदर्शन में शामिल करना सही नहीं है और यह उनके मानसिक विकास पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है.
वीडियो देखें:
NEW: The Paris Olympics is under fire for including a *child* in their hyper-s*xualized, blasphemous rendition of The Last Supper.
An apparent child could be seen joining the drag queens during the performance.
Instead of bringing people together, the planners of the event… pic.twitter.com/5nUSmE72Oe
— Collin Rugg (@CollinRugg) July 26, 2024
The 2024 Paris Olympics has gone full Woke dystopian.
The opening ceremony was filled with transgend*r mockery of the Last Supper, the Golden Calf idol, and even the Pale Horse from the Book of Revelation.
The Olympics has made it clear that Christian viewers aren't welcome. pic.twitter.com/LgawyE6YRX
— Kyle Becker (@kylenabecker) July 26, 2024
I'm not religious, but the French depiction of the Last Supper is blatant disrespect and incitement. Jesus is portrayed as a woman and the disciples as transvestites. I wonder why they didn't mock Islam in a similar way. Actually, don’t answer as I know why. pic.twitter.com/bynFQnTH5S
— Niall Boylan (@Niall_Boylan) July 26, 2024
To all the Christians of the world who are watching the #Paris2024 ceremony and felt insulted by this drag queen parody of the Last Supper, know that it is not France that is speaking but a left-wing minority ready for any provocation. #notinmyname
À tous les chrétiens du monde… pic.twitter.com/GusP2TR63u
— Marion Maréchal (@MarionMarechal) July 26, 2024
I'm not even Christian and this is so unbelievably offensive to me pic.twitter.com/fAjNmk1yUQ
— 𝗡𝗶𝗼𝗵 𝗕𝗲𝗿𝗴 ♛ ✡︎ (@NiohBerg) July 26, 2024
कार्यक्रम के आयोजकों की आलोचना करते हुए, एक यूजर ने लिखा, "लोगों को एक साथ लाने के बजाय, कार्यक्रम के आयोजक स्पष्ट रूप से 2.4 बिलियन लोगों के धर्म का मज़ाक उड़ाना चाहते थे," जबकि दूसरे यूजर ने कहा, "लास्ट सपर का फ़्रांसीसी चित्रण घोर अनादर और उकसावे वाला है" नीचे दिए गए ट्वीट देखें कि नेटिज़ेंस ने "द लास्ट सपर" के पुनः अभिनय पर क्या प्रतिक्रिया दी.
आयोजकों ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा है कि वे विभिन्न कलात्मक शैलियों का प्रदर्शन करना चाहते थे और उनका उद्देश्य विविधता का जश्न मनाना था. हालांकि, इस विवाद ने ओलंपिक आयोजनों के संदर्भ में संवेदनशीलता और जिम्मेदारी के महत्व को उजागर किया है.
आपका इस बारे में क्या विचार है? क्या आपको लगता है कि कला की स्वतंत्रता को सम्मानित किया जाना चाहिए, या बच्चों को ऐसे प्रदर्शन में शामिल करना सही नहीं है?