लौटारो मार्टिनेज ने अर्जेंटीना के पांचवें शीर्ष स्कोरर के रूप में डिएगो माराडोना की बराबरी की
Lautaro Martínez (Photo Credit: @Argentina)

ब्यूनस आयर्स, 20 नवंबर : पेरू के खिलाफ अपने गोल की बदौलत अर्जेंटीना के इतिहास में लौटारो मार्टिनेज ने अपना नाम दर्ज करा लिया है. उन्होंने डिएगो आर्मंडो माराडोना के राष्ट्रीय टीम के साथ 32 गोल की बराबरी कर ली है. मार्टिनेज, जिनके नाम 31 गोल थे, अर्जेंटीना के इतिहास में शीर्ष स्कोरर की रैंकिंग में माराडोना (32) की बराबरी करने से एक गोल दूर थे. इस सूची में लियोनेल मेसी (112) सबसे आगे हैं. मार्टिनेज के दूसरे हाफ में वॉली से किये गए गोल ने फीफा विश्व कप क्वालीफायर में अर्जेंटीना के लिए शीर्ष स्थान को मजबूत किया, क्योंकि लियोनेल मेसी की टीम ने बुधवार (आईएसटी) को पेरू को 1-0 से हराया.

मार्टिनेज ने कहा,"प्रदर्शन, गोल और खेले गए मैचों के मामले में यह एक शानदार साल रहा. हमें खेलते रहना है और दिन-ब-दिन सुधार करना है. हर कोई हमें हराना चाहता है. अर्जेंटीना की राष्ट्रीय टीम हमेशा नायक होती है.'कुछ चीजें सुधारने की हैं, लेकिन हमें इसी राह पर चलते रहना है." 27 वर्षीय स्ट्राइकर ने बुधवार को 2024 का अपना 11वां अंतरराष्ट्रीय गोल किया. इसके साथ ही वह अर्जेंटीना के लिए एक कैलेंडर वर्ष में 10 गोल करने वाले केवल तीसरे व्यक्ति बन गए, उनसे पहले गैब्रियल बतिस्तुता (1998 में 12) और मेसी (2012 में 12 और 2022 में 18) ने गोल किए थे. यह भी पढ़ें : Gerald Coetzee Fined: जेराल्ड कोएत्जी पर लगा जुर्माना, डिमेर‍िट अंक भी मिला

इस जीत से अर्जेंटीना 12 मैचों में 25 अंकों के साथ तालिका में शीर्ष पर बना हुआ है, जो उरुग्वे से पांच अंक आगे है. पेरू केवल सात अंकों के साथ सबसे निचले स्थान पर है. अर्जेंटीना दक्षिण अमेरिकी क्वालीफायर (डब्ल्यू12 डी6) में पेरू के खिलाफ अपने पिछले 18 मैचों में अपराजित है. यह टूर्नामेंट के इतिहास में किसी एक टीम के खिलाफ एल्बीसेलेस्टे के लिए सबसे अच्छी अपराजित लकीर है. अर्जेंटीना ने दक्षिण अमेरिकी क्वालीफायर (डब्ल्यू9 डी1 एल1)में अपने पिछले 11 घरेलू मैचों में से 10 में एक भी गोल नहीं खाया है. नवंबर 2023 में उरुग्वे से हार अपवाद थी (0-2).

अर्जेंटीना के सहायक कोच वाल्टर सैमुअल ने कहा, "लड़के जीतना और प्रतिस्पर्धा जारी रखने के लिए बहुत भूखे हैं. कभी-कभी ऐसा होता है जैसा कि आज हुआ, और कभी-कभी ऐसा होता है जैसा कि बोलीविया (6-0 की जीत) के खिलाफ हुआ. हम पैराग्वे के खिलाफ़ फिसल गए, लेकिन यह टीम कभी नहीं छिपती.'