कोहली और विलियम्सन कप्तानी की प्रतिद्वंद्विता को दोहराने के लिए तैयार
विराट कोहली (Photo credits: Facebook)

लंदन, 8 जून : भारतीय कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) और न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन जब 18 जून से विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप (WTC) के फाइनल के लिए मैदान में उतरेंगे, तो वे एक बार फिर से कप्तानी की पुरानी प्रतिद्वंद्विता को दोहराएंगे. दोनों कप्तान इससे पहले 2008 में अंडर-19 विश्व कप सेमीफाइनल में कप्तानी की अपनी प्रतिद्वंद्विता को दोहरा चुके हैं. 13 साल पहले कोहली की कप्तानी में भारत ने फाइनल में दक्षिण अफ्रीका को विश्व चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया था. दोनों कप्तान इससे पहले 2019 विश्व कप के सेमीफाइनल में एक दूसरे के खिलाफ मैदान पर उतरे थे, जब विलियम्सन की कप्तानी कीवी टीम ने भारत को 18 रन से हराया था.

पूर्व आस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज ब्रेट ली ने हाल में कहा था कि डब्ल्यूटीसी फाइनल में दोनों कप्तानों की शैली की परीक्षा होगी. और अब पूर्व भारतीय कप्तान मोहम्मद अजहरु²दीन का भी यही मानना है. अजहरु²दीन ने सोमवार को आईएएनएस से कहा, " मैं कप्तानों और खिलाड़ियों की तुलना करना पसंद नहीं करता. लेकिन कोहली और विलियम्सन दोनों अलग अलग है और वे काफी सफल भी रहे हैं. दोनों ने अपने अपने देशों के लिए शानदार काम किया है." यह भी पढ़ें : विकेटकीपर दिनेश कार्तिक ने ऋषभ पंत को लेकर बड़ी भविष्यवाणी, कहीं ये बातें

उन्होंने कहा, " विलियम्सन ने खुद के लिए और अपनी टीम के लिए भी काफी कुछ किया है, चाहे जो भी संसाधन उनके पास रहे हो. उनके पास काफी क्लास है. वह महानुभाव हैं. यहां तक कि अगर वह मैच भी हारते हैं तो हमेशा से मुस्कुराते रहते हैं, जैसा कि हम 2019 विश्व कप के फाइनल में देख चुके हैं. अगर और कोई कप्तान होते तो वह अपना आपा खो बैठते, लेकिन वे शांत रहे और उन्होंने हार स्वीकार की."

पूर्व कप्तान ने कहा, " वह कोहली की तरह आक्रामक नहीं होते हैं, लेकिन बेहतरीन तरीके से अपना काम करते हैं." अजहर ने कहा कि दोनों कप्तानों ने अपने अपने संसाधानों का अच्छे से इस्तेमाल किया है. कोहली अपनी शैली को लेकर अलग हैं और इसका उन्हें फायदा भी मिलता है. उन्होंने कहा, " कोहली अलग हैं. उन्हें वह टीम मिली है जिन्हें वह अच्छे से जानते हैं. उनके पास अच्छे गेंदबाज हैं. दोनों ने अपने देशों के लिए अच्छा प्रदर्शन किया है." विलियम्सन ने न्यूजीलैंड के लिए अब 36 टेस्ट मैचों में कप्तानी की है, जिसमें से कीवी टीम को 21 में जीत मिली है. वहीं, आठ में हार मिली है और सभी हार विदेशों में मिली है. कोहली को बतौर बल्लेबाज इंग्लैंड में शानदार रिकॉर्ड है. उन्होंने 20 पारियों में 727 रन बनाए हैं.