नई दिल्ली, 4 जुलाई: केंद्रीय खेल मंत्री किरण रिजिजू (Kiren Rijiju) ने कहा है कि सरकार एलिट खिलाड़ियों के साथ काम कर रहे प्रशिक्षकों पर लगे दो लाख के सैलरी कैप को हटा रही है. रिजिजू ने कहा, "कई कोच अच्छे परिणाम दे रहे हैं और उन्हें उनकी मेहनत का ईनाम मिलना चाहिए. सरकार अपने खिलाड़ियों को अच्छी ट्रेनिंग देने के लिए पूरे देश से सर्वश्रेष्ठ कोच लाने को लेकर प्रतिबद्ध है. हम नहीं चाहते हैं कि सैलरी कैप अच्छे कोच को लाने में बाधा बने."
वेतन के अलावा यह भी फैसला लिया गया है कि भारतीय प्रशिक्षकों का कार्यकाल भी विदेशी प्रशिक्षकों की तरह चार साल का होगा ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि खिलाड़ी के साथ कोच एक ओलम्पिक साइकल पूरी कर सके. तमाम सरकारी संस्थाओं में काम कर रहे प्रशिक्षक नियुक्ति पर आ सकेंगे और वह भी चार साल के कार्यकाल के अलावा अच्छे वेतन पाने के योग्य होंगे.
पुलेला गोपीचंद (Pullela Gopichand) ने इस पर कहा, "खेल जगत की यह लंबे समय से मांग थी जो लंबित पड़ी थी. मैं इस फैसले से काफी खुश हूं क्योंकि यह अच्छे प्रशिक्षकों को आकर्षित कर पूरे खेल जगत को फायदा पहुंचाएगी."