भारत रविवार को होने वाले अपने अंतिम सुपर 12 मुकाबले में जिम्बाब्वे को हराकर टी20 विश्व कप के सेमीफाइनल में जगह बनाने के मजबूत इरादे से उतरेगा. ठीक दो सप्ताह पहले भारत ने मेलबर्न मैदान पर पाकिस्तान पर चार विकेट की रोमांचक जीत के साथ अपने अभियान की शानदार शुरूआत की थी. जिम्बाब्वे के खिलाफ सुपर 12 के ग्रुप दो मुकाबले के लिए वह फिर मेलबर्न मैदान पर लौट रहा है. यह भी पढ़ें: सेमीफाइनल में अपनी जगह पक्की करने के लिए जिम्बाब्वे से भिड़ेगा भारत, जानें- मैच से जुड़ी महत्वपूर्ण तथ्य और संभावित प्लेइंग XI
भारत का जिम्बाब्वे के खिलाफ 5-2 का करियर रिकॉर्ड है. इस फॉर्मेट में उनका आखिरी मुकाबला 2016 में हुआ था और यह पहली बार होगा जब वे टी20 विश्व कप में भिड़ेंगे.
भारत ने पाकिस्तान और बांग्लादेश के खिलाफ बेहद रोमांचक जीत हासिल की है और वे जानते हैं कि जिम्बाब्वे को हलके में नहीं लिया जा सकता. जिम्बाबे ने पर्थ में पाकिस्तान के खिलाफ एक रन से चौंकाने वाली जीत हासिल की थी.
भारत को पॉवरप्ले में शानदार शुरूआत की उम्मीद की जो टूर्नामेंट में उसे अब तक नहीं मिल पायी है. भारत को पॉवरप्ले में पाकिस्तान के खिलाफ 31/3, नीदरलैंड्स के खिलाफ 32/1, दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 33/2 और बांग्लादेश के खिलाफ 37/1 की शुरूआत ही मिल पायी है जो कप्तान रोहित शर्मा और केएल राहुल जैसे बल्लेबाजों की प्रतिष्ठा से न्याय नहीं करती है.
हालांकि रोहित ने नीदरलैंड्स के खिलाफ अर्धशतक बनाया जबकि राहुल ने बांग्लादेश के खिलाफ अर्धशतक बनाया लेकिन भारत को दोनों से एक बढ़िया साझेदारी की जरूरत होगी.
विरोट कोहली बल्ले से विस्फोटक रहे हैं जबकि सूर्यकुमार यादव ने तब रन बनाये हैं जब भारत को जरूरत रही है. भारत मध्य क्रम में हार्दिक पांड्या और दिनेश कार्तिक से भी योगदान चाहेगा.
भारत की गेंदबाजी उसके लिए अब तक सर्वश्रेष्ठ रही है. केवल दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मैच को छोड़कर. युवा तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह ने नयी गेंद के साथ और डेथ ओवरों में खुद को साबित किया है.
दूसरी तरफ जिम्बाब्वे सकारात्मक अंदाज में उतरेगा. आलराउंडर सिकंदर रजा अपने शानदार प्रदर्शन से टीम की ताकत रहे हैं. टीम को कप्तान क्रैग इर्विन, शान विलियम्स, वेस्ली मधेवेरे और रयान बर्ल से भी उपयोगी योगदान की उम्मीद रहेगी.
मुकाबला काफी कड़ा रहेगा लेकिन भारत सेमीफाइनल की उम्मीदों के साथ मैदान में उतरेगा.