ICC Women's T20 World Cup 2023: इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन के 'स्कूली गर्ल एरर' वाले बयान पर हरमनप्रीत का करारा जबाब
हरमनप्रीत कौर (Photo Credits: Twitter)

भारत की कप्तान हरमनप्रीत कौर ने इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन द्वारा दिए गए बयान पर पलटवार किया है. उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ महिला टी20 विश्व कप के सेमीफाइनल में हरमनप्रीत के 52 रन पर आउट होने को 'स्कूली गर्ल एरर' करार दिया. बीमारी से पीड़ित होने के बावजूद सेमीफाइनल खेलने वाली हरमनप्रीत ऑस्ट्रेलिया के 172/4 के लक्ष्य का पीछा करने में अपनी टीम की अगुवाई कर रही थीं. लेकिन 15वें ओवर में वो रन आउट हो गई, जब स्ट्राइकर एंड की ओर दौड़ते समय उनका बल्ला फंस गया था. यह भी पढ़ें: भारतीय महिला टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर ने कहा, इस हार से उबरने में न जाने कितने दिन और लगेंगे

यह मैच का टर्निग पॉइंट साबित हुआ क्योंकि हरमनप्रीत और जेमिमाह रोड्रिग्स के बीच 41 गेंदों पर 69 रनों की साझेदारी के बावजूद भारत अपने 20 ओवरों में केवल 167/8 ही बना सका. इस 5 रन से हार के कारण भारत लगातार दूसरे टी20 विश्व कप के फाइनल में पहुंचने से चूक गया.

उन्होंने कहा, उन्होंने ऐसा कहा? हां। ठीक है। मुझे नहीं पता. यह सोचने का एक तरीका है। लेकिन कभी-कभी ऐसा होता है. मैंने क्रिकेट में कई बार देखा है, जब बल्लेबाज इस तरह से सिंगल ले रहे हैं और कभी-कभी बल्ला वहीं अटक जाता है."

हरमनप्रीत ने मैच के बाद कहा, "हमने मैच में अच्छी गेंदबाजी नहीं की। वहीं, बल्लेबाजी की शुरुआत अच्छी नहीं थी. अगर आप मैच जीतना चाहते हैं तो हमें सभी विभागों में अच्छा प्रदर्शन करना होगा. तभी आपके पास सेमीफाइनल से फाइनल में पहुंचने के ज्यादा चांस होते हैं. मुझे लगता है कि यह दुर्भाग्यपूर्ण था। लेकिन यह किसी 'स्कूली गर्ल एरर' नहीं थी क्योंकि हम काफी परिपक्व हैं. हम अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेल रहे हैं और उन्होंने जो भी कहा, वह उनके सोचने का तरीका है. लेकिन मुझे नहीं लगता कि ऐसा था."

लगभग एक साल में यह दूसरी बार था जब भारत ऑस्ट्रेलिया से हार गया. पिछले साल बर्मिघम में राष्ट्रमंडल गेम्स के स्वर्ण पदक मैच में भारत नौ रन से पिछड़ गया था. हरमनप्रीत ने बताया कि अगर वह रन आउट नहीं होती, तो मैच का क्या होता.

भारतीय कप्तान ने कहा, "अगर मेरा बल्ला नहीं फंसा होता, तो मैं आसानी से लक्ष्य हासिल कर लेती.मुझे लगता है कि अगर मैं आखिरी क्षण तक रुक जाती, तो निश्चित रूप से हम एक ओवर पहले मैच खत्म कर सकते थे क्योंकि हमारे पास गति थी। वहीं, दीप्ति, ऋचा मौजूद थीं."