इंटरकोंटिनेंटल कप : चीन के खिलाफ जीत के साथ एशियन कप की तैयारी करना चाहेगा भारत
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मुंबई: एएफसी एशियन कप के क्वालीफाइंग मुकाबलों में शानदार प्रदर्शन करने वाली भारतीय फुटबाल टीम शुक्रवार से यहां शुरू हो रहे हीरो इंटरकोंटिनेंटल कप में जीत के साथ शुरुआत करना चाहेगी. चार टीमों की इस प्रतियोगिता में भारत का पहला मैच शुक्रवार को ही चीनी ताइपे से मुंबई फुटबाल एरीना में होगा.

कोच स्टीफन कांस्टेनटाइन के नेतृत्व ब्लू टाइगर्स इस टूर्नामेंट को 2019 एएफसी एशियन कप के तैयारियों के रूप में देख रही है. चीनी ताइपे, केन्या एवं न्यूजीलैंड जैसी टीमों के खिलाफ मैच खेलना तैयारियों के लिहाज से फीफा रैंकिंग में 97वें पायदान पर मौजूद भारतीय टीम के लिए बहुत महत्वपूर्ण है. इस टूर्नामेंट के जरिए कोच कुछ नए खिलाड़ियों का भी आकलन करना चाहेंगे.

मैच से पहले स्टीफन कांस्टेनटाइन ने कहा, "हम इस टूर्नामेंट के जरिए एएफसी एशिया कप की तैयारी करेंगे. मैं केन्या और न्यूजीलैंड की टीमों के खिलाड़ियों की क्षमता से भलिभांति परिचित हूं. ये खिलाड़ी यूरोप के क्लबों के लिए खेलते हैं. हम इन मैचों का इस्तेमाल अपने खेलों में सुधार के लिए करेंगे. केन्या और न्यूजीलैंड की टीमें हमारे लिए परेशानियां खड़ी करेंगी और हमें अपने खेल में विकास के लिए इनका सामना करने की जरूरत है. शारीरिक रूप से हम तैयार हैं. हालांकि, हमें रणनीतिक तौर पर तैयार होने की जरूरत है."

भारतीय टीम ने जून 2016 से लेकर अब तक 13 मैच खेले है और एक भी मैच में उसे हार का सामना नहीं करना पड़ा. न्यूजीलैंड एवं केन्या जैसी टीमें भारत को कड़ी टक्करी दे सकती है, हालांकि दोनों ही देशों ने इस प्रतियोगिता के लिए अपनी शीर्ष टीम नहीं भेजी है.

फीफा रैंकिंग में 121वें पायदान पर स्थित चीनी ताइपे के खिलाफ भारत जीत की प्रबल दोवेदार है. भारतीय टीम के अटैक का जिम्मा स्टार जेजे लालपेख्लुआ एवं कप्तान सुनील छेत्री पर होगा जबकि होलीचरण नारजरी एवं असीक कुरुनीयन विंग से उन्हें समर्थन प्रदान करने का प्रयास करेंगे, मिडफील्ड में सबकी नजरें उदांता सिंह पर होगी. छेत्री के लिए यह मैच इसलिए भी खास है क्योंकि यह अपने देश के लिए उनका 100वां मैच होगा.

गोल पोस्ट में गुरप्रीत सिंह संधू और डिफेंस में संदेश झिंगन एवं अनस इडाथोडीका टीम को मजबूती प्रदान करेंगे.

दूसरी ओर, चीनी ताइपे 2019 एएफसी एशियन कप के लिए क्वालीफाई करने में कमयाब नहीं हो पाई लेकिन ब्रिटिश कोच गैरी व्हाइट के नेतृत्व में टीम का प्रदर्शन अच्छा रहा है और इस टूर्नामेंट में वह बड़ी टीमों को कड़ी टक्कर देने का माद्दा रखते हैं.

टीम :

गोलकीपर : गुरप्रीत सिंह संधू, विशाल कैथ, अमरिंदर सिंह, संजीबन घोष.

डिफेंडर : लालरुथारा, दविंदर सिंह, प्रीतम कोटाल, अनास एडाथोडिका, संदेश झिंगन, सलाम रंजन सिंह, जैरी लारिनजुआला, नारायण दास, सुभाशीष बोस.

मिडफील्डर : उदांता सिंह, लालदानमविया राल्ते, सिमिनलेन डोंगल, धनपाल गणेश, सौविक चक्रवर्ती, मोहम्मद राफीक, रोवेलिन बोर्गेस, प्रणॉय हल्दर, अनिरुद्ध थापा, विकास जायरू, होलीचरण नारजरी.

फारवर्ड : सुनील छेत्री, बलवंत सिंह, जेजे लालपेख्लुआ, मानवीर सिंह, एलन देओरी, असीक कुरुनीयन.