FIH Hockey Tournament: पिता की मौत के बावजूद लालरेमसियामी ने नहीं छोड़ा मैदान और बनाया भारत को चैंपियन, जीत के बाद घर लौटने पर ऐसे छलका दर्द
महिला हॉकी प्लेयर लालरेमसियामी ने पिता की मौत के खबर मिलने के बावजूद एफआईएच हॉकी टूर्नामेंट के फाइनल में खेलने का फैसला किया. टूर्नामेंट के फाइनल्स में टीम को शानदार जीत मिली और मंगलवार को अपने गांव पहुंचने के बाद लालरेमसियामी ने अपना दर्द बयां किया.
FIH Hockey Tournament: जापान (Japan) के हिरोशिमा (Heroshima) में भारतीय महिला हॉकी टीम रविवार को एफआईएच वुमन्स सीरीज फाइनल्स टूर्नामेंट (FIH Women's Series Finals Tournament) का खिताब अपने नाम करने में कामयाब रही. इस शानदार जीत को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने भी ट्वीट करके शुभकामनाएं दी. एफआईएच हॉकी टूर्नामेंट (FIH Hockey Tournament) में भारतीय टीम की इस शानदार जीत में हॉकी प्लेयर लालरेमसियामी का अहम योगदान रहा है.
बता दें कि सेमीफाइनल मुकाबले से ठीक पहले लालरेमसियामी (Hockey player Lalremsiami) के पिता का हार्ट अटैक से निधन हो गया. पिता की मौत की खबर मिलने के बावजूद वो मैदान में डटी रहीं और टीम फाइनल मुकाबले में खिताब अपने नाम करने में कामयाब रही. मंगलवार को लालरेमसियामी मिजोरम स्थित अपने गांव कोलासिब पहुंचीं, जहां लोगों ने उनका स्वागत किया.
अपने गांव पहुंचने के बाद लालरेमसियामी ने अपने पिता को श्रद्धांजलि अर्पित की. अपने गांव पहुंचने के बाद उन्होंने कहा कि फाइनल मैच से दो दिन पहले और सेमीफाइनल मैच से ठीक पहले मुझे खबर मिली कि मेरे पिता लालथनसंगा जोट का हार्ट अटैक से निधन हो गया, लेकिन मैंने मैदान नहीं छोड़ा और हमारी टीम ने मेजबान जापान को 3-1 से हराकर टूर्नामेंट जीत लिया. मुझे विश्वास है कि मेरे पिता को मेरी उपलब्धियों पर गर्व होगा, चाहे वो कहीं भी हों. यह भी पढ़ें: एशियाई हॉकी महासंघ ने मनप्रीत को चुना साल सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी, लालरेमसियामी बनीं साल की उभरती हुई महिला प्लेयर
हॉकी प्लेयर लालरेमसियामी-
बता दें कि सेमीफाइनल मुकाबले में चिली को 4-2 से मात देकर टीम ने फाइनल मुकाबले में प्रवेश किया था और फाइनल मुकाबले को जीतकर टीम ने एफआईएच ओलिंपिक क्वालिफायर- 2019 में अपनी जगह पक्की कर ली है. रविवार को हिरोशिमा में हुए फाइनल में भारत की ओर से तीसरे मिनट में ही पहला गोल कप्तान रानी रामपाल ने कर दिया था. इसके अलावा दो गोल गुरजीत कौर ने किए. गौरतलब है कि भारतीय टीम ने अपनी इस जीत को साथी खिलाड़ी लालरेमसियामी के पिता को समर्पित किया, जिनका शुक्रवार की सुबह हार्ट अटैक के चलते निधन हो गया था.