नई दिल्ली. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 17 साल बिताने के बाद सिक्सर किंग और भारतीय क्रिकेट के बेहतरीन हरफनमौला खिलाड़ियों में से एक युवराज सिंह (Yuvraj Singh) ने सोमवार को क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास की घोषणा कर दी. युवराज सिंह (Yuvraj Singh) द्वारा संन्यास की घोषणा के बाद तमाम बड़े दिग्ग्जों ने उन्हें नई पारी की शुभकामनाएं दीं. साथ ही उनके क्रिकेट करियर को भी जमकर सराहना मिली.आपको बता दें कि युवराज सिंह (Yuvraj Singh) ने भारत की तरफ से 40 टेस्ट, 304 वनडे ओर 58 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले. उन्होंने टेस्ट मैचों में 1900 और वनडे में 8701 रन बनाये.
पूर्व भारतीय कप्तान और दादा के नाम से मशहूर सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) के ट्वीट पर युवराज (Yuvraj Singh) ने लिखा, धन्यवाद दादी. युवराज (Yuvraj Singh) ने लिखा, 'मुझे भारत के लिए खेलने और मेरे सपने को जीने का मौका देने के लिए धन्यवाद दादी जी. आप हमेशा मेरे लिए खास रहेंगे.' यह भी पढ़े-युवराज सिंह के रिटायरमेंट पर सचिन तेंदुलकर ने भी किया ये खास ट्वीट, बताया-चैंपियन
Thanks Dadi for giving me an opportunity to play for india and live my dream 🙏 you will always be special to me
— yuvraj singh (@YUVSTRONG12) June 10, 2019
सचिन ने भी उन्हें धन्यवाद कहा और कहा कि युवराज (Yuvraj Singh) तुम हर उस वक्त टीम के साथ खड़े रहे जब टीम को तुम्हारी जरूरत थी. जवाब में युवराज (Yuvraj Singh) ने लिखा, 'मास्टर आपका धन्यवाद! मैं बहुत भाग्यशाली हूं कि मुझे इतने सालों तक आपके साथ खेलने का मैका मिला, और अपने से ज्यादा एक टीम के रूप में आपके लिए विश्व कप जीतना अधिक संतोषजनक था! आम हमेशा मेरे लिए वहां रहे इसके लिए धन्यवाद.'
What a fantastic career you have had Yuvi.
You have come out as a true champ everytime the team needed you. The fight you put up through all the ups & downs on & off the field is just amazing. Best of luck for your 2nd innings & thanks for all that you have done for 🇮🇳 Cricket.🙌 pic.twitter.com/J9YlPs87fv
— Sachin Tendulkar (@sachin_rt) June 10, 2019
गौरतलब है कि मीडिया से बातचीत के दौरान युवी (Yuvraj Singh) ने पूर्व कप्तान सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) का जिक्र करते हुए कहा- 'मैंने अपना करियर सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) के नेतृत्व मेँ शुरू किया. मैं सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) और चयनकर्ताओं का शुक्रिया अदा करना चाहूंगा जिन्होंने मुझे साल 2000 में मौका दिया.'