लगातार असफलताओं से निराश सिक्सर किंग युवराज ले सकते हैं संन्यास, BCCI के सामने रखी यह मांग
युवराज सिंह (Photo Credit: Getty Images)

सीमित ओवरों के भारत के सबसे सफल क्रिकेटरों में से एक युवराज सिंह (Yuvraj Singh) अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने पर गंभीरता से विचार कर रहे हैं और आईसीसी से स्वीकृत विदेशी टी20 लीग में फ्रीलांस क्रिकेटर के तौर पर खेल सकते हैं. पंजाब का बायें हाथ का यह बल्लेबाज बीसीसीआई से स्वीकृति मिलने के बाद ही अंतिम फैसला करेगा. माना जा रहा है कि युवराज ने स्वीकार कर लिया है कि अब उसके भारत की ओर से खेलने की संभावना नहीं है.

इस मामले की जानकारी रखने वाले बीसीसीआई के सूत्र ने रविवार को पीटीआई को बताया, ‘‘युवराज सिंह अंतरराष्ट्रीय और प्रथम श्रेणी क्रिकेट से संन्यास के बारे में सोच रहा है. उसके बीसीसीआई से बात करने और जीटी20 (कनाडा), आयरलैंड में यूरो टी20 स्लैम और हालैंड में खेलने पर अधिक स्पष्टता मांगने की उम्मीद है क्योंकि उसके पास पेशकश हैं.’’

यह भी पढ़ें- 2011 में आज ही के दिन धोनी की टीम ने रचा था इतिहास, जीता था वर्ल्ड कप, युवराज सिंह बने थे हीरो

इरफान पठान ने हाल में कैरेबियाई प्रीमियर लीग के ड्राफ्ट में अपना नाम दिया था लेकिन वह अब भी सक्रिय प्रथम श्रेणी खिलाड़ी हैं और उन्होंने बीसीसीआई से स्वीकृति नहीं ली.

बीसीसीआई के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने बताया, ‘‘इरफान को ड्राफ्ट से नाम वापस लेने को कहा गया. जहां तक युवराज का सवाल है तो हमें नियम देखने होंगे. अगर वह प्रथम श्रेणी क्रिकेट से संन्यास ले भी लेता है तो भी बीसीसीआई के अंतर्गत पंजीकृत सक्रिय टी20 खिलाड़ी हो सकता है.’’

युवराज इस साल आईपीएल में मुंबई इंडियन्स की ओर से खेले लेकिन उन्हें अधिक मौके नहीं मिले और संभवत: यही कारण है कि वह अपनी भविष्य की योजनाओं पर गंभीरता से विचार कर रहे हैं. इस बीच कुछ लोगों का मानना है कि अगर जहीर खान और वीरेंद्र सहवाग (Virender Sehwag) दुबई में टी10 लीग का हिस्सा हो सकते हैं तो फिर युवराज को स्वीकृति क्यों नहीं मिल सकती.

यह भी पढ़ें- आईपीएल 2019: दिल्ली ने मुंबई को लगातार तीसरी बार हराया, युवराज सिंह ने जड़ा अर्धशतक

बीसीसीआई अधिकारी ने कहा, ‘‘टी10 को भले ही आईसीसी से स्वीकृति मिली हो लेकिन अब भी यह स्वीकार्य प्रारूप नहीं है. लेकिन आगे बढ़ते हुए जब भी खिलाड़ियों का संघ आकार लेगा तब संन्यास ले चुके खिलाड़ियों का मामला विचार के लिए आ सकता है.’’