कोलकाता, 12 नवंबर: इंग्लैंड के मुख्य कोच मैथ्यू मॉट ने स्वीकार किया कि इंग्लैंड ने 2023 विश्व कप में उतना अच्छा प्रदर्शन नहीं किया है जितना कि उन्हें उम्मीद थी. हालांकि, उन्होंने यह भी कहा निराशाजनक अभियान को जीत के साथ समाप्त करने के लिए उन्हें टीम पर गर्व है. यह भी पढ़ें: Rohit Sharma Half Century: सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल के बाद रोहित शर्मा ने भी ठोका अर्धशतक, नीदरलैंड्स को दूसरे विकेट की तलश
इंग्लैंड ने अपने दृष्टिकोण में बदलाव करते हुए, बल्ले और गेंद दोनों से आक्रमण के दम पर घरेलू मैदान पर 2019 विश्व कप जीता था. भारत में अपने ख़िताब की रक्षा में उनसे काफ़ी उम्मीदें थीं, लेकिन अपने पहले सात मैचों में छह हार के कारण उन्हें टूर्नामेंट से जल्दी बाहर होना पड़ा.
इतना ही नहीं उन्हें 2025 चैंपियंस ट्रॉफी में एक स्थान खोने का भी खतरा था, लेकिन अपने अंतिम दो मैचों में नीदरलैंड और पाकिस्तान पर जीत ने उन्हें प्रतियोगिता में शीर्ष आठ टीमों में शामिल होने में मदद की और सातवें स्थान पर रहे.
मॉट ने बीबीसी को बताया, "हम निराश हैं. हम यहां कुछ उम्मीदों के साथ आए थे और उस पर खरे नहीं उतरे। जिस तरह से टीम ने समापन किया और जब हम टूर्नामेंट से बाहर हो गए तो उन्होंने काफी दृढ़ता और लचीलापन दिखाया. इस पर मुझे वास्तव में गर्व है."
इंग्लैंड के कोच के रूप में मॉट के भविष्य पर सवाल उठाए गए थे। खासकर 2019 विश्व कप विजेता कप्तान इयोन मोर्गन के आरोप के बाद कि टीम में कुछ ठीक नहीं है. हालांकि, मॉट ने कहा कि वह इस भूमिका में बने रहना चाहेंगे और इंग्लैंड के कोच बनने के लिए पहले से कहीं अधिक दृढ़ हैं। जिसके लिए उन्होंने चार साल के अनुबंध पर हस्ताक्षर किए हैं.