मुंबई: लगभग 55 महीने के बाद विराट कोहली (Virat Kohli) आखिरकार सीरीज के दूसरे टेस्ट में वेस्टइंडीज (West Indies) के खिलाफ शानदार शतक बनाकर घर से बाहर शतक के सूखे को तोड़ने में कामयाब रहे. विशेष रूप से 34 वर्षीय खिलाड़ी को विदेशी धरती पर अपना टेस्ट शतक बनाने में चार साल से अधिक का समय लगा.
76वें इंटरनेशनल शतक की राह पर क्रिकेटर ने कई रिकॉर्ड तोड़े क्योंकि वह अपने 500वें मैच में शतक बनाने वाले इतिहास के पहले क्रिकेटर बन गए. दिल्ली में जन्मे बल्लेबाज ने सभी प्रारूपों में वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे सबसे अधिक शतक लगाने के जैक कैलिस (12) के रिकॉर्ड की भी बराबरी कर ली है. KPL Auction 2023: कर्नाटक प्रीमियर लीग में इन दिग्गज खिलाड़ियों पर हुई पैसों की बारिश, हुए मालामाल; देखें पूरी लिस्ट
दूसरे टेस्ट में टीम इंडिया के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली ने शानदार शतक लगाया है. यह विराट कोहली का वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में तीसरा शतक है. अपनी इस शतकीय पारी के दौरान उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ अपने 1,000 टेस्ट रन भी पूरे किए हैं. इससे पहले विराट कोहली ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, साउथ अफ्रीका और श्रीलंका के खिलाफ 1,000 से अधिक टेस्ट रन बना चुके हैं. इससे पहले विराट कोहली वेस्टइंडीज के खिलाफ 6 अर्धशतक और एक दोहरा शतक (200 रन) भी जड़ चुके हैं.
इन मैदानों पर विराट कोहली ने जड़ें हैं सबसे ज्यादा शतक
ऑस्ट्रेलिया के एडिलेड ओवल में विराट कोहली ने सबसे ज्यादा 5 शतक लगाए हैं. इसके बाद विशाखापट्टनम के एसीए-वीडीसीए क्रिकेट ग्राउंड पर विराट कोहली ने 4 इंटरनेशनल शतक जड़े हैं. वहीं, बांग्लादेश के ढाका स्थित शेर-ए-बांग्ला नेशनल स्टेडियम में भी विराट ने 4 इंटरनेशनल सेंचुरी लगाईं हैं. इसके अलावा नागपुर के विदर्भ क्रिकेट एसोसिएशन के ग्राउंड पर भी विराट ने चार सेंचुरी लगाई हैं. त्रिनिदाद के पोर्ट ऑफ स्पेन में विराट कोहली ने अपना चौथा इंटरनेशनल शतक लगाया हैं.
कोहली ने महान क्रिकेटर ब्रायन लारा को पीछे छोड़ दिया और अब टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में सबसे ज्यादा शतक लगाने के मामले में चौथे नंबर पर पहुंच गए हैं. इस सूची में उनसे आगे केवल सचिन तेंदुलकर (44), जैक्स कैलिस (35) और महेला जयवर्धने (30) हैं.
हालांकि, विराट शतक लगाने के बाद बड़ा स्कोर नहीं बना सके. क्योकि बीच में रवींद्र जडेजा के साथ गलतफहमी के कारण क्रिकेटर समय पर क्रीज में पहुंचने में असफल रहे, अल्ज़ारी जोसेफ के सीधे थ्रो ने उन्हें वापस पवेलियन भेज दिया. वापस जाते समय वह निराश दिखे, क्योंकि कोहली के पास बीच में फायदा उठाने का बेहतरीन मौका था.