Sunil Gavaskar On Rohit Sharma: "कपिल देव और एमएस धोनी की विरासत रोहित शर्मा ने आगे बढ़ाई", सुनील गावस्कर का बयान
भारत के दिग्गज बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने टी20 विश्व कप 2024 जीतने के लिए रोहित शर्मा की प्रशंसा करते हुए कहा कि सलामी बल्लेबाज रोहित भी एमएस धोनी और कपिल देव की तरह ही लोगों के कप्तान हैं. रोहित टी20 विश्व कप 2007 और 2013 चैंपियंस ट्रॉफी जीतने वाली भारत की टीम के सदस्य थे.
नई दिल्ली, 7 जुलाई: भारत के दिग्गज बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने टी20 विश्व कप 2024 जीतने के लिए रोहित शर्मा की प्रशंसा करते हुए कहा कि सलामी बल्लेबाज रोहित भी एमएस धोनी और कपिल देव की तरह ही लोगों के कप्तान हैं. रोहित टी20 विश्व कप 2007 और 2013 चैंपियंस ट्रॉफी जीतने वाली भारत की टीम के सदस्य थे. यह भी पढ़ें: Jay Shah Prediction: BCCI सचिव जय शाह का बड़ा दावा, रोहित शर्मा के नेतृत्व में चैंपियंस ट्राफी और टेस्ट चैंपियनशिप जीतेगा टीम इंडिया
कप्तान के तौर पर वो वनडे विश्व कप 2023 और विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में उपविजेता रहे. लेकिन रोहित को आखिरकार किस्मत का साथ तब मिला जब भारत ने पिछले महीने केंसिंग्टन ओवल में दक्षिण अफ्रीका को सात रन से हराकर टी20 विश्व कप जीता.
टी20 अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा के बाद रोहित ने टी20 विश्व कप 2024 जीत को अपने खेल करियर की सबसे बड़ी उपलब्धि बताया, जिसे भारत ने प्रतियोगिता में अजेय टीम के रूप में जीता.
गावस्कर ने रविवार को मिड-डे के लिए अपने कॉलम में लिखा, "रोहित शर्मा उन दो अन्य क्रिकेट दिग्गजों, कपिल देव और धोनी के साथ शामिल हो गए हैं, जिन्होंने भारत को विश्व कप ट्रॉफी दिलाई है. इन दोनों की तरह, रोहित भी लोगों के कप्तान हैं.
"न केवल उनकी टीम के सदस्यों द्वारा, बल्कि पूरे भारतीय क्रिकेट समुदाय में उन्हें खूब पसंद किया जाता है. क्रिकेट प्रशंसकों को उनकी नेतृत्व शैली भी पसंद है और रणनीति के मामले में, वे खेल में सबसे तेज हैं. उनके कुछ कदम आपको आश्चर्यचकित कर सकते हैं, लेकिन अंतिम परिणाम अक्सर वही होता है जिसकी टीम को उस समय जरूरत होती है."
गावस्कर ने रोहित और राहुल द्रविड़ की कप्तान-कोच जोड़ी की भी सराहना की, जिन्होंने भारत को ट्रॉफी जीतने में अहम भूमिका निभाई। राहुल द्रविड़ के नेतृत्व में सहयोगी स्टाफ ने भी जीत में अहम भूमिका निभाई.
टूर्नामेंट में, रोहित ने 156.70 की स्ट्राइक रेट से 257 रन बनाए और भारत को बल्ले से तेज शुरुआत देने की जिम्मेदारी ली, जिसमें ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के खिलाफ उनके अर्धशतक महत्वपूर्ण थे.