रवि शास्त्री के दावों की पूर्व कप्तान गावस्कर ने निकाल दी हवा, कहा- भारतीय टीम के..
पूर्व कप्तान ने इंडिया टुडे से बातचीत में कहा-मैं यही कह सकता हूं कि लंबे समय से कोई भी भारतीय टीम श्रीलंका में नहीं जीती है. लेकिन हम वेस्टइंडीज, इंग्लैंड में जीते थे, हमने ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका में टेस्ट मैच जीते थे. पिछली बार भारत ने 2007 में राहुल द्रविड़ की कप्तानी में इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज जीती थी.
नई दिल्ली: टीम इंडिया का इंग्लैंड दौरा अभी पूरा नहीं हुआ है लेकिन उसके हेड कोच रवि शास्त्री का एक बयान कफी चर्चा में है. बता दें कि शास्त्री ने भारत की इस सीरीज मे हार के बाद दावा किया था कोहली की कप्तानी वाली यह टीम भले ही इंग्लैंड में सीरीज हार गई हो लेकिन यह पिछले 15-20 सालों में विदेश में प्रदर्शन के मामले मे भारत की सबसे बेहतरीन टीम है. शास्त्री के इस दावें की हवा पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने निकाल दी है गावस्कर ने उन्हें याद दिलाया कि भारत ने वेस्टइंडीज और इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज जीती है.
पूर्व कप्तान ने इंडिया टुडे से बातचीत में कहा-मैं यही कह सकता हूं कि लंबे समय से कोई भी भारतीय टीम श्रीलंका में नहीं जीती है. लेकिन हम वेस्टइंडीज, इंग्लैंड में जीते थे, हमने ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका में टेस्ट मैच जीते थे. पिछली बार भारत ने 2007 में राहुल द्रविड़ की कप्तानी में इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज जीती थी. यह भी पढ़े-रवि शास्त्री ने बताया आखिर इस खिलाड़ी का टीम इंडिया में क्यों हुआ चयन
पूर्व कप्तान यही नहीं रुके उन्होंने कहा कि मैं यही कह सकता हूं कि 1980 के दशक में टीमों ने इंग्लैंड और वेस्टइंडीज में जीत दर्ज की थी. राहुल द्रविड़ ने भी वेस्टइंडीज में 2005 में, 2007 में इंग्लैंड में सीरीज जीती थी. जब टीम इंडिया ने पहली बार साउथ अफ्रीका को उसकी सरजमीं पर हराया था तो वह टीम के कप्तान थे. यह भी पढ़े-भारत की हार से नाखुश विराट कोहली को लेकर पूर्व कप्तान गावस्कर का बड़ा बयान, कहा-जब विराट..
उन्होंने कहा, द्रविड़ को उनकी कप्तानी और टीम की जीत में बहुत ही कम श्रेय दिया जाता है विदेशों में जीत दर्ज करने वाली काफी टीमें रही हैं.
सुनील गावस्कर ने बल्लेबाजों की आलोचना की जो इंग्लैंड के स्पिनर मोइन अली की गेंदों का सामना नहीं कर सके जिन्होंने साउथम्पटन टेस्ट मैच में कुल नौ विकेट झटके. उन्होंने कहा कि फुटवर्क की कमी से टीम इंडिया के बल्लेबाजों को नुकसान हुआ, वे मोइन अली के खिलाफ गेंद को ठीक से नहीं खेल पा रहे थे.