हैदराबाद: क्रिकेट में फील्डिंग को नई परिभाषा के साथ-साथ नई ऊंचाई देने वाले दक्षिण अफ्रीका पूर्व टेस्ट खिलाड़ी जोंटी रोड्स को नहीं लगता कि उनके देश की टीम अगले साल होने वाले विश्व कप में खिताबी जीत हासिल करते हुए किसी आईसीसी आयोजन का चैम्पियन बनने का अपना सूखा समाप्त कर सकेगी.
दक्षिण अफ्रीका के लिए चार विश्व कप खेल चुके रोड्स ने आईएएनएस से बातचीत के दौरान विश्व कप में दक्षिण अफ्रीका की खिताबी जीत की सम्भानाओं के बारे में कहा, "एक प्रशंसक के रूप में विश्व कप में दक्षिण अफ्रीका के लिए मेरी सारी उम्मीदें खत्म हो गई हैं. हमें लगता है कि हम नम्बर-1 टीम हैं लेकिन यह विश्व कप हम नहीं जी सकते. हम विश्व कप शुरू होने से पहले नम्बर-1 रैंकिंग में रह चुके हैं."
रोड्स ने कहा, "मैंने चार विश्व कप खेले हैं. इसमें दो सेमीफाइनल और एक क्वार्टर फाइनल शामिल है. 2003 में हम विश्व कप के दूसरे राउंड में भी नहीं पहुंच पाए थे. देखा जाए, तो आईसीसी टूर्नामेंटों में हमारा प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा है. ऐसे में विश्व कप से पहले एक प्रशंसक और पूर्व खिलाड़ी के रूप में मैं यह कहना चाहूंगा कि मौजूदा खिलाड़ियों पर किसी प्रकार का दबाव नहीं बनाना चाहिए."
रोड्स ने कहा कि अगले साल इंग्लैंड एवं वेल्स में होने वाले विश्व कप में दक्षिण अफ्रीकी टीम का प्रदर्शन काफी हद तक परिस्थितियों पर भी निर्भर होगा. रो़ड्स ने कहा, ""दक्षिण अफ्रीका उन पांच और छह टीमों में से है, जो फाइनल तक पहुंची को विश्व कप की प्रबल दावेदार होगी. अब इंग्लैंड में उसका प्रदर्शन कैसा रहता है, यह काफी हद तक हालात पर भी निर्भर करेगा."
इसके अलावा, रोड्स का कहना है कि दक्षिण अफ्रीका के साथ-साथ विश्व कप में भारतीय टीम के पास भी अच्छे प्रदर्शन का मौका है. रोड्स के मुताबिक अफगानिस्तान की टीम सबको हैरान कर सकती है क्योंकि पिछले कुछ समय से उसने बेहतरीन खेल दिखाया है. अगर पिच पर अधिक हलचल नहीं हुई और गेंदबाजी तथा बल्लेबाजी के बीच अच्छा संयोजन हुआ तो औसत टीमें भी हैरान कर सकती हैं.
विश्व कप में अब्राहम डिविलियर्स के बगैर दक्षिण अफ्रीका के प्रदर्शन के प्रभावित होने के बारे में रोड्स ने कहा, "पिछले कुछ समय से डिविलियर्स विभिन्न कारणों से अंदर बाहर होते रहे हैं. ऐसे में टीम को इसकी आदत हो गई है. अब डिविलियर्स की जगह नहीं भरी जा सकती है लेकिन अन्य खिलाड़ी अलग प्रकार का प्रदर्शन कर सकते हैं."
रोड्स के मुताबिक डिविलियर्स ऐसे खिलाड़ी हैं, जिनका स्थानापन्न पाना बहुत मुश्किल है लेकिन उनकी गैरमौजूदगी में युवाओं को आगे आकर अपने आपको साबित करना होगा और इस क्रम में सही प्रतिभा को मौका दिया जाना चाहिए.
रोड्स ने कहा, "सचिन तेंदुलकर, डिविलियर्स जैसे खिलाड़ियों की जगह कोई नहीं ले सकता लेकिन इनकी जगह काबिल खिलाड़ियों को मौका मिलना चाहिए, जो मैच जीतने की काबिलियत रखते हों. मुझे उम्मीद है कि दक्षिण अफ्रीका विश्व कप तक किसी ऐसे खिलाड़ी को ढूंढ लेगी."