
Sri Lanka Women's National Cricket Team vs India Women's National Cricket Team Match Scorecard: भारतीय महिला राष्ट्रीय क्रिकेट टीम की स्टार बल्लेबाज स्मृति मंधाना ने रविवार को श्रीलंका महिला टीम के खिलाफ जारी त्रिकोणीय सीरीज के चौथे वनडे मुकाबले में एक बड़ा व्यक्तिगत मुकाम हासिल किया. यह मुकाबला भारत, श्रीलंका और दक्षिण अफ्रीका के बीच खेले जा रहे महिला त्रिकोणीय वनडे सीरीज 2025 का हिस्सा है. कोलंबो के आर. प्रेमदासा स्टेडियम में खेले जा रहे इस मैच में मंधाना ने अपने करियर का 100वां वनडे खेला. हालांकि, अपने 100वें वनडे मुकाबले को वह बड़ी पारी से यादगार नहीं बना सकीं. श्रीलंका के खिलाफ बल्लेबाजी करते हुए वह केवल 18 रन बनाकर रन आउट हो गईं. इस पारी में उन्होंने 28 गेंदों का सामना किया और तीन चौके लगाए. हालांकि, उनके आउट होने के बाद टीम इंडिया ने रिचा घोष (58 रन) और अन्य खिलाड़ियों के शानदार योगदान से 275 रन बनाए. यह भी पढ़ें: भारतीय महिला टीम ने श्रीलंका को दिया 276 रनों का टारगेट, ऋचा घोष ने ठोका अर्द्धशतक, यहां देखें पहली पारी का स्कोरकार्ड
100 वनडे खेलने वाली बनीं सातवीं भारतीय महिला खिलाड़ी
स्मृति मंधाना भारत के लिए 100 वनडे खेलने वाली केवल सातवीं महिला क्रिकेटर बन गई हैं। उनसे पहले यह उपलब्धि मिताली राज (232 मैच), झूलन गोस्वामी, हरमनप्रीत कौर, अंजुम चोपड़ा, पूनम राउत और दीप्ति शर्मा ने हासिल की है। इस लिस्ट में मिताली राज सबसे आगे हैं जिन्होंने 232 वनडे मुकाबले खेले हैं. मंधाना की इस उपलब्धि पर बीसीसीआई महिला क्रिकेट विभाग, पूर्व खिलाड़ियों और क्रिकेट प्रेमियों ने उन्हें सोशल मीडिया के ज़रिए बधाई दी. हरमनप्रीत कौर ने मैच से पहले उन्हें एक स्मृति चिन्ह भेंट किया और पूरी टीम ने उनके इस मुकाम का जश्न ड्रेसिंग रूम में मनाया.
100 वनडे में 4306 रन, 10 शतक और 30 अर्धशतक
स्मृति मंधाना ने अब तक अपने वनडे करियर में 4306 रन बनाए हैं. इस दौरान उन्होंने 10 शतक और 30 अर्धशतक जड़े हैं. उनका औसत लगभग 44 का रहा है और स्ट्राइक रेट भी 85 से ऊपर का है. बाएं हाथ की इस ओपनर बल्लेबाज ने कई मौकों पर टीम इंडिया को दमदार शुरुआत दिलाई है और बड़े मंच पर अपनी बल्लेबाजी का लोहा मनवाया है. स्मृति मंधाना की यह उपलब्धि ना सिर्फ उनके करियर के लिए अहम है बल्कि आने वाली युवा महिला क्रिकेटरों के लिए भी प्रेरणादायक है. उन्होंने 2013 में अपना वनडे डेब्यू किया था और तब से लगातार भारतीय बल्लेबाजी की रीढ़ बनी रही हैं.