Sam Konstas Milestone: भारत के खिलाफ बॉक्सिंग डे टेस्ट में सैम कॉन्स्टास ने रचा इतिहास, यह खास कारनामा करने वाले बने दुनिया के पहले खिलाड़ी
Sam Konstas (Photo: X)

Australia National Cricket Team vs India National Cricket Team: ऑस्ट्रेलिया राष्ट्रीय क्रिकेट बनाम भारतीय राष्ट्रीय क्रिकेट टीम 5 मैचों के बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी(Border-Gavaskar Trophy) 2024-25 का चौथा बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच 26 दिसंबर से मेलबर्न (Melbourne) के मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (Melbourne Cricket Ground) में खेला जा रहा हैं. ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (MCG) पर खेले जा रहे बॉक्सिंग डे टेस्ट में 19 वर्षीय सैम कॉन्स्टास ने शानदार डेब्यू किया और भारतीय गेंदबाजों को कड़ी चुनौती दी. अपनी आक्रामक बल्लेबाजी के साथ उन्होंने भारतीय टीम को झकझोर दिया और मात्र 52 गेंदों में अर्धशतक पूरा कर दिया. इस उपलब्धि के साथ ही सैम कॉन्स्टास ने टेस्ट क्रिकेट में अर्धशतक बनाने वाले सबसे कम उम्र के दूसरे ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी बनने का रिकॉर्ड भी कायम किया. यह भी पढ़ें: क्या सैम कॉन्स्टास के साथ मैदान पर हुई बहस के लिए विराट कोहली पर लगेगा बैन या जुर्माना? जानें क्या कहते हैं ICC के नियम

इससे पहले, ऑस्ट्रेलिया के आइयन क्रेग ने 17 साल और 240 दिन की उम्र में टेस्ट में अर्धशतक लगाया था, और सैम कॉन्स्टास ने 19 साल और 85 दिन की उम्र में ये उपलब्धि हासिल कर क्रेग के बाद दूसरे स्थान पर अपना नाम दर्ज कराया. कॉन्स्टास की इस आतिशी पारी ने ऑस्ट्रेलिया को टेस्ट की शुरुआत में ही मजबूती दे दी. हालांकि, इस तूफानी पारी के दौरान वह 60 रन बनाकर रविंद्र जडेजा के हाथों आउट हो गए.

सैम कॉन्स्टास ने टेस्ट डेब्यू पर भारत के खिलाफ इतिहास रचा

सैम कॉन्स्टास ने टेस्ट डेब्यू पर भारत के खिलाफ अर्धशतक लगाकर इतिहास रच दिया. वह टेस्ट क्रिकेट में भारत के खिलाफ डेब्यू पर अर्धशतक बनाने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बन गए. इससे पहले पाकिस्तान के मुश्ताक मोहम्मद और शाहिद अफरीदी ने भारत के खिलाफ टेस्ट फिफ्टी तो बनाई थी, लेकिन वह दोनों खिलाड़ी यह उपलब्धि डेब्यू पर नहीं हासिल कर सके थे. इस प्रकार, सैम कॉन्स्टास पहले खिलाड़ी बन गए हैं जिन्होंने भारत के खिलाफ टेस्ट डेब्यू पर 20 साल से पहले अर्धशतक जड़ा है.

सैम कॉन्स्टास को ऑस्ट्रेलिया की टेस्ट टीम में शील्ड क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन के बाद जगह दी गई थी. हालांकि, उन्हें पहले बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए टीम में शामिल नहीं किया गया था, लेकिन पहले तीन टेस्ट मैचों में नाथन मैकस्विनी के प्रदर्शन में निराशा के बाद कॉन्स्टास को टीम में जगह दी गई। उन्होंने भारत ए के खिलाफ प्रैक्टिस मैच में शानदार शतक लगाकर अपनी टेस्ट डेब्यू की दावेदारी मजबूत की थी.

सैम कॉन्स्टास की पारी कई कारणों से खास रही. उन्होंने अपनी टीम को दबाव से बाहर निकाला और भारतीय गेंदबाजों के सामने डटकर खड़े रहे. उन्होंने जसप्रीत बुमराह, जो इस सीरीज के सबसे प्रभावी गेंदबाज माने जा रहे हैं, के खिलाफ एक ओवर में 18 रन बटोरने की हिम्मत दिखाई.