
Rohit Shrma Birthday Special: भारतीय क्रिकेट के सबसे करिश्माई खिलाड़ियों में से एक, 'हिटमैन' रोहित गुरुनाथ शर्मा आज एक साल और बड़े हो गए. लेकिन उनके चाहने वालों के लिए यह महज एक जन्मदिन नहीं, बल्कि भारतीय क्रिकेट और मुंबई इंडियंस के इतिहास का जश्न मनाने का दिन है. एक खिलाड़ी जिसने सिर्फ रन नहीं बनाए, बल्कि एक टीम को पहचान दी, एक फ्रेंचाइज़ी को गौरवशाली ऊंचाइयों तक पहुंचाया, और अनगिनत फैंस के दिलों में खास जगह बनाई. मुंबई इंडियंस के साथ 15 से अधिक वर्षों के इस सफर में रोहित ने न सिर्फ बल्ले से कमाल किया, बल्कि एक लीडर, मेंटर और मार्गदर्शक के रूप में भी टीम को आगे बढ़ाया. 'हिटमैन' का हर पल इस टीम के लिए एक नई उम्मीद, एक नई प्रेरणा और कई बार जीत की गारंटी बन गया. उनके जन्मदिन के मौके पर आइए उनके कुछ यादगार पलों पर झलक डालते हैं. यह भी पढ़ें: भुलक्कड़ कप्तान! प्रेस कांफ्रेंस के बाद चैंपियंस ट्रॉफी का ख़िताब डेस्क पर भूले रोहित शर्मा, देखें मजेदार वीडियो
10 अप्रैल 2011: MI जर्सी में पहली दस्तक
दिल्ली डेयरडेविल्स के खिलाफ मुकाबले में रोहित ने मुंबई इंडियंस के लिए डेब्यू किया और 30 गेंदों में 27 रन बनाकर सचिन तेंदुलकर के साथ टीम को जीत दिलाई. यहीं से शुरू हुआ 'ब्लू एंड गोल्ड' में हिटमैन का सुनहरा सफर.
9 अप्रैल 2012: पहला मैन ऑफ द मैच
पुरानी टीम डेक्कन चार्जर्स के खिलाफ 73* रनों की आतिशी पारी खेली और पहली बार मुंबई के लिए 'प्लेयर ऑफ द मैच' बने. इस पारी ने हिटमैन की मिडिल ऑर्डर ताकत को दुनिया के सामने रखा.
26 मई 2013: पहला आईपीएल खिताब, नया कप्तान
सीज़न के बीच में कप्तान बने रोहित ने टीम को पहली बार चैंपियन बनाया. चेन्नई सुपर किंग्स को फाइनल में हराकर रोहित ने बतौर कप्तान आईपीएल में अपनी महानता की शुरुआत की.
19 मई 2014: 40(19) - जरूरी समय पर आग उगलते बल्ले से जवाब
राजस्थान के खिलाफ करो या मरो मैच में रोहित की ताबड़तोड़ पारी ने MI को मजबूत स्कोर तक पहुंचाया और फिर स्पिन रणनीति से मैच जीतकर प्लेऑफ में प्रवेश दिलाया.
24 मई 2015: फिर बने चैंपियन
चेन्नई के खिलाफ फाइनल में 50(26) की आक्रामक पारी खेलकर MI को 202/5 तक पहुंचाया और टीम ने अपना दूसरा खिताब जीता.
13 अप्रैल 2016: कोलकाता के खिलाफ शो
ईडन गार्डन्स में रोहित ने नाबाद 84 रन बनाए और एंड्रे रसेल की गेंदों पर चार चौके लगाकर मैच को अपने नाम कर लिया.
1 मई 2017: एक रन बाकी, रोहित ने जीत दिलाई
RCB के खिलाफ मुश्किल हालात में 56* की जुझारू पारी खेली और आखिरी ओवर में मैच जिताया। यह दर्शाता है कि क्यों उन्हें 'क्लच परफॉर्मर' कहा जाता है.
17 अप्रैल 2018: सीज़न की पहली जीत, हिटमैन की बदौलत
RCB के खिलाफ 94 रन की पारी ने टीम को 213 रनों तक पहुंचाया और 46 रन की बड़ी जीत दिलाई.
5 मई 2019: अर्धशतक और टेबल टॉपर की कुर्सी
KKR के खिलाफ 55* रन की पारी खेलकर टीम को प्लेऑफ में पहुंचाया और प्वाइंट्स टेबल में टॉप पोजिशन दिलाई.
10 नवंबर 2020: पांचवां खिताब, हिटमैन स्टाइल
दिल्ली के खिलाफ फाइनल में 68 रन की धमाकेदार पारी खेली और MI को रिकॉर्ड पांचवां खिताब दिलाया. IPL फाइनल में भारतीय कप्तान द्वारा सर्वाधिक स्कोर का रिकॉर्ड रोहित के नाम है.
8 अक्टूबर 2021: प्लेऑफ से चूक गए, लेकिन जज़्बा नहीं
SRH के खिलाफ रिकॉर्ड 235 रन बनाए, हालांकि प्लेऑफ के लिए जरूरी 171 रन से जीत संभव नहीं हुई, लेकिन टीम का जज़्बा और आक्रामकता बेमिसाल रही.
23 सितंबर 2022: एक टीम के खिलाफ 1000+ रन का कारनामा
KKR के खिलाफ 1000+ रन बनाने वाले पहले बल्लेबाज़ बने – एक और रिकॉर्ड उनके नाम.
8 अप्रैल 2023: MI के पहले 5000+ रन बनाने वाले बल्लेबाज़
CSK के खिलाफ मैच में 5000 T20 रन पूरे कर MI के पहले खिलाड़ी बने – एक और खास मुकाम.
27 मार्च 2024: 13वें साल में 200वें IPL मैच में रोहित ने 12 गेंदों में 26 रन बनाए और MI के सबसे भरोसेमंद खिलाड़ी के रूप में एक और मील का पत्थर पार किया.
23 अप्रैल 2025: रोहित शर्मा ने टी20 क्रिकेट में अपने 12,000 रन पूरे किए हैं. रोहित शर्मा इस अनोखे आंकड़े को छूने वाले भारत के सिर्फ दूसरे बल्लेबाज बने हैं. चलिए रोहित शर्मा के टी20 क्रिकेट के आंकड़ों पर एक नजर डालते हैं.
14 अप्रैल 2025: रोहित एक प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ 50 छक्के लगाने वाले पहले भारतीय बल्लेबाज बन गए हैं. इस मामले में उन्होंने एमएस धोनी को पीछे छोड़ दिया है.
रोहित शर्मा ने 266 मैच खेलकर 6868 रन बनाए हैं. रोहित शर्मा ने 2 शतक व 45 अर्धशतक लगाए हैं. आईपीएल में 7000 हजार रनों का आंकड़ा छूने से रोहित शर्मा महज 132 रन दूर हैं. इस सीजन रोहित शर्मा कम से कम 5 मुकाबले खेलने हैं. ऐसे में रोहित शर्मा के पास ये रिकॉर्ड बनाने का सुनहरा अवसर रहेगा.
रोहित शर्मा: सिर्फ बल्लेबाज नहीं, एक युग का प्रतीक
आज रोहित शर्मा सिर्फ एक क्रिकेटर नहीं, बल्कि एक संस्था हैं. उन्होंने न केवल बल्ले से बल्कि कप्तानी, मार्गदर्शन और प्रेरणा से MI को आकार दिया. उनकी वजह से युवा खिलाड़ियों को भरोसा मिला, टीम ने मुश्किल हालात में वापसी करना सीखा और MI एक बेजोड़ फ्रेंचाइज़ी बनकर उभरी.