कोरोना संकट में Sachin Tendulkar ने बढ़ाए मदद के हाथ, ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर खरीदने के लिए डोनेट किए 1 करोड़ रुपए
सचिन तेंदुलकर (Photo credits: Twitter)

मुंबई: कोरोना (Coronavirus) के इस संकट के घड़ी में भारत के महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) ने कोरोना मरीज के लिए आक्सीजन कनसंट्रेटर्स (Oxygen concentrators) खरीदन के इरादे से एक करोड़ रुपए डोनेट किया. तेंदुलकर ने उस समय यह राशि दान दी है जब देश इस महामारी से बुरी तरह जूझ रहा है. भारत में कोरोना की दूसरी लहर ने तबाही मचा रखी है. देश में हर रोज 3 लाख से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं. अस्पतालों (Hospitals) में ऑक्सीजन की कमी के कारण हजारों मरीजों की जान जा रही हैं. Happy Birthday Sachin Tendulkar: सचिन तेंदुलकर ने फैंस का किया शुक्रिया, कोरोना से जंग जीतने के लिए करने वाले हैं बड़ा काम

इस बात की जानकारी सचिन तेंदुलकर अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर दी है. सचिन ने अपने ट्विटर पर लिखा, 'कोरोना की दूसरी लहर ने हमारे हेल्थकेयर सिस्टम को काफी परेशान किया है. कोरोना के सीरियस मरीजों के लिए ऑक्सीजन का इंतजाम करना इस समय की सबसे बड़ी जरूरत है. देखकर काफी खुशी हो रही है कि लोग मदद के लिए आगे आ रहे हैं. ऑक्सीजन कॉन्क्रेटर्स  के आयात करने और उनको देशभर के हॉस्पिटल को डोनेट करने के लिए 250 से ज्यादा युवा इंटरप्रेन्योर के एक ग्रुप ने फंड जमा करने के लिए मिशन ऑक्सीजन को लॉन्च किया है. मैंने इस नेक काम में अपनी तरह से मदद की है और उम्मीद करता हूं कि उनका प्रयास जल्द काफी अस्पतालों तक पहुंचेगा. आपका सपोर्ट काफी कीमती था जब मैं खेल रहा था और उसने मुझे कामयाब होने में मदद की. आज, हम सबको उन सबके पीछे एकसाथ खड़े होने की जरूरत है, जो इस महामारी से लड़ने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं.'

बता दें कि इससे पहले ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज पैट कमिंस (Pat Cummins) और पूर्व दिग्गज तेज गेंदबाज ब्रेट ली (Brett Lee) भी भारत के लिए दान कर चुके हैं. कमिंस ने कोरोना से मदद करने के लिए भारत को 37 लाख रुपये, तो वहीं ब्रेट ली ने भारत को लगभग 41 लाख रुपये की सहायता की थी. इन दोनों खिलाड़ियों की चारों और तारीफ की जा रही है. राजस्थान रॉयल्स ने 7.5 करोड़ और दिल्ली कैपिटल्स ने 1.5 करोड़ रुपए डोनेट किए. कुछ समय पहले सचिन तेंदुलकर खुद कोरोना के संक्रमण में आ गए थे, जिसके बाद उनका अस्पताल में भर्ती भी होना पड़ा था.