MS Dhoni Record: लिमिटेड ओवर क्रिकेट में एमएस धोनी का अनोखा रिकॉर्ड, सफल रन चेज में सर्वाधिक बार रहे नाबाद
अपनी कप्तानी में एमएस धोनी ने साल 2007 में टी20 वर्ल्ड कप, साल 2011 में वनडे वर्ल्ड कप और साल 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी जीती थी. एमएस धोनी के नाम सीमित ओवर क्रिकेट में सफल रन चेज में सबसे ज्यादा 62 बार नाबाद रहने का रिकॉर्ड भी दर्ज है.
मुंबई: टीम इंडिया (Team India) के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) के फैंन पूरी दुनिया में मौजूद हैं. फैंस की भीड़ धोनी के रांची (Ranchi) में स्थित उनके बंगले के बाहर भी नजर आती है. टीम इंडिया के सबसे सफल कप्तान महेंद्र सिंह धोनी आज यानी 7 जुलाई को अपना 42वां जन्मदिन मना रहे हैं. पूरे साल फैंस माही के जन्मदिन मनाने का बेसब्री से इंतजार करते हैं.
महेंद्र सिंह धोनी इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं और इंडियन प्रीमियर लीग खेलते हैं. एमएस धोनी लिमिटेड ओवर क्रिकेट में इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) के सभी टूर्नामेंट जीतने वाले इकलौते कप्तान हैं. Sourav Ganguly Viral Tweet: टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने सोशल मीडिया पर ट्वीट कर बढ़ाई हलचल, पोस्ट हुआ वायरल
अपनी कप्तानी में एमएस धोनी ने साल 2007 में टी20 वर्ल्ड कप, साल 2011 में वनडे वर्ल्ड कप और साल 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी जीती थी. एमएस धोनी के नाम सीमित ओवर क्रिकेट में सफल रन चेज में सबसे ज्यादा 62 बार नाबाद रहने का रिकॉर्ड भी दर्ज है. अपने 16 साल के करियर में एमएस धोनी ने कई रिकॉर्ड अपने नाम दर्ज किए हैं. सात जुलाई 1981 को जन्मे धोनी ने क्रिकेट में वो सबकुछ हासिल किया, जिसके वो हकदार थे.
विराट कोहली 48 बार नाबाद रहे
इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर टीम इंडिया के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली (48) हैं. तीसरे पर शोएब मलिक (40) और चौथे पर इयोन मोर्गन (38) हैं. वहीं 5वें नंबर पर टीम इंडिया के पूर्व दिग्गज आलराउंडर युवराज सिंह (36), छठे पर संयुक्त रूप से जोंटी रोड्स, इंजमाम उल हक और स्टीव वॉ (33-33) हैं. वहीं 7वें पायदान पर संयुक्त रूप से एबी डिविलियर्स, रिकी पोंटिंग, जैक कैलिस, सुरेश रैना और महेल जयवर्धन हैं. ये सभी खिलाड़ी लिमिटेड ओवर में सफल रन चेज में 32 बार नाबाद रहे हैं.
टीम इंडिया में पहुंचने की राह महेंद्र सिंह धोनी की बिल्कुल भी आसान नहीं था. झारखंड जैसे एक छोटे से प्रदेश से आकर इंटरनेशनल क्रिकेट खेलने का सपना देखना बिल्कुल भी आसान नहीं है. एमएस धोनी ने 23 साल की उम्र में अपना इंटरनेशनल डेब्यू किया था, जिसमें वह झारखंड की तरफ से ऐसा करने वाले पहले क्रिकेटर भी बने थे. एमएस धोनी के करियर के शुरुआती 4 मुकाबले कुछ खास नहीं रहे थे. इसके बाद 5 अप्रैल 2005 को पाकिस्तान के खिलाफ विशाखापट्टनम के मैदान पर एमएस धोनी ने 148 रनों की शानदार पारी खेली और फिर अपने करियर में उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा.