भारतीय क्रिकेट टीम में 'सुपर फास्ट' बॉलर के नाम से मशहूर जवागल श्रीनाथ (Javagal Srinath) के बारे में कौन नहीं जानता है? श्रीनाथ की छवि टीम में एक शांत और गंभीर छवि वाली क्रिकेटर के रूप में थी. श्रीनाथ उस समय में लगभग 155 किमी प्रति घंटे की स्पीड से गेंद फेंकते थे. श्रीनाथ के अंदर एक खास बात यह भी थी कि वह अपने छ गेदों को छ प्रकार से डालते थे.
1999 में इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड की मेजबानी में खेले गए वर्ल्ड कप के दौरान जवागल श्रीनाथ ने एक मैच में 154.5 किमी प्रति घंटे की स्पीड से गेंद डाली थी. बता दें कि भारतीय क्रिकेट इतिहास में यह फेकी गई सबसे तेज गेंद है. जवागल श्रीनाथ के इस स्पीड को तोड़ना तो दूर, आजतक कोई दूसरा भारतीय गेंदबाज उनकी बराबरी भी नहीं कर पाया है.
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भारतीय टीम में कुछ गिने चुने ही तेज गेंदबाज रहे हैं जिन्हें विश्व क्रिकेट के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजों में शुमार किया जाता है, उनमें से एक जवागल श्रीनाथ भी हैं. वह ना केवल सटीक लाइन और लेंथ के साथ बल्कि 155 किमी प्रति घंटे से ज्यादा की स्पीड से गेंदबाजी करते थे.
1997 में भारत बनाम जिम्बाब्वे मैच के बारे में बात करते हुए एलिस्टेयर कैंपबेल (Alastair Campbell) ने कहा था, "मुझे लगता है श्रीनाथ सबसे तेज गति से गेंदबाजी कर सकते हैं. बोलैंड बैंक पार्क में हुए इस मैच में श्रीनाथ भारतीय गेंदबाजी आक्रमण का नेतृत्व कर रहे थे. उन्होंने एलन डोनाल्ड (Allan Donald) की तुलना में कहीं अधिक गति से गेंदबाजी की थी.
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बिजली की गति से गेंदबाजी कर पाना सचमुच में किसी भी गेंदबाज के लिए बड़ी उपलब्धि है और श्रीनाथ ने डोनाल्ड से 10 किमी प्रति घंटे ज्यादा की स्पीड से गेंदबाज़ी की थी. मैच के दौरान जब श्रीनाथ की एक गेंद बल्लेबाजी कर रहे ग्रांट फ्लावर (Grant Flower) के थाई -पैड पर जोर से टकराई तो उनको लगा शायद उनकी पैर टूट गई हो."