टेस्ट फारमेट में भारत के सबसे भरोसेमंद बल्लेबाज चेतेश्वर पुराजा (100 रिटायर्ड हर्ट) के शानदार शतक की बदौलत भारतीय क्रिकेट टीम ने यहां के कूलिज क्रिकेट ग्राउंड पर वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड प्रेसिडेंट्स-11 के साथ जारी तीन दिवसीय अभ्यास मैच के पहले दिन का खेल खत्म होने तक अपनी पहली पारी में पांच विकेट पर 297 रन बना लिए. टास जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने 88.5 ओवरों का सामना किया. 187 गेंदों पर 8 चौके और एक छक्का लगाने वाले पुजारा के अलावा उसके लिए रोहित शर्मा (Rohit Sharma) ने 68 रनों की बेहतरीन पारी खेली. इस प्रदर्शन के आधार पर उन्हें प्लेयिंग 11 में जगह मिल सकती है. इसके अलावा लोकेश राहुल ने 36 तथा ऋषभ पंत ने 33 रन बनाए. हनुमा विहारी 37 तथा रवींद्र जडेजा एक रन पर नाबाद हैं.
भारत की शुरूआत अच्छी नहीं रही. टेस्ट टीम में नियमित ओपनर का दर्जा हासिल करने की ओर बढ़ रहे मयंक अग्रवाल (12) सस्ते मे आउट हो गए. उनका विकेट 36 के कुल योग पर गिरा. उनका स्थान लेने पुजारा विकेट पर आए. इस बीच राहुल ने कुछ आकर्षक शाट्स लगाए लेकिन 52 के कुल योग पर वह भी पवेलियन लौट गए. राहुल वे 46 गेंदों का सामना कर पांच चौके और एक छक्का लगाया.
उनकी विदाई के तुरंत बाद भारत को कप्तान अजिंक्य रहाणे (1) के रूप में एक गम्भीर झटका लगा. लंच तक भारत ने 53 रनों पर तीन विकेट गंवा दिए थे. लेकिन रहाणे का स्थान लेने आए रोहित ने पुजारा के साथ चौथे विकेट के लिए 132 रनों की साझेदारी कर भारत को मुश्किल से निकाला. रोहित का विकेट 185 के कुल योग पर गिरा. रोहित ने 115 गेंदों की संयमित पारी में आठ चौके और एक छक्का लगाया.
हनुमा विहारी इसके बाद पुजारा का साथ देने आए. दोनों ने चायकाल तक स्कोर को चार विकेट पर 219 रनों तक पहुंचाया. विहारी के साथ साझेदारी के दौरान ही पुजारा ने अपना शतक पूरा किया लेकिन इसी बीच वह चोटिल होकर मैदान से बाहर चले गए. चायकाल के बाद बारिश भी आई और थोड़ी देर के लिए खेल रुका रहा.
पुजारा की असमय विदाई के बाद पंत विकेट पर आए और खुलकर शाट्स लगाए. पंत ने 53 गेंदों का सामना कर चार चौके और एक छक्का लगाया. वह हालांकि 33 के निजी योग पर आउट हो गए. उस समय कुल योग 296 रन था. इसके बाद विहारी और जडेजा ने कोई और नुकसान नहीं होने दिया. विहारी ने 101 गेंदों का सामना कर दो चौके लगाए हैं.
वेस्टइंडीज-ए की ओर से जोनाथन कार्टर ने तीन विकेट लिए हैं जबकि केयोंग हाडिर्ंग तथा अकीम फ्रेजर को एक-एक सफलता मिली.