भारतीय टीम के सहायक कोच संजय बांगर ने कहा है कि टीम प्रबंधन के पास रवींद्र जडेजा को भी अंतिम-11 में शामिल करने का विकल्प है जिसके बारे में वह निश्चित तौर पर विचार करेंगे. इंग्लैंड के खिलाफ रविवार को खेले गए मैच में लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल और कुलदीप ने काफी रन लुटाए थे. इसी के साथ जडेजा को टीम में शामिल किए जाने की चर्चा गरम हो गई. बांगर ने हालांकि कहा है कि चहल और कुलदीप का इंग्लैंड के खिलाफि विफल होना कभी-कभार होने वाली बात है.
बांगर ने कहा, "हम सभी तरह के संयोजन आजमाने के लिए तैयार हैं, जहां हमारे पास तीन तेज गेंदबाज वो भी हार्दिक पांड्या अलग से, का भी विकल्प है तो वहीं हम जडेजा को भी टीम में शामिल कर सकते हैं. सभी खिलाड़ी तैयार हैं और टीम संयोजन के हिसाब से खेलने को भी तैयार हैं. निचले क्रम में जहां भुवनेश्वर कुमार अहम हो सकते थे और ऐसा कोई जो नंबर-8 पर अच्छी बल्लेबाजी कर सकता है, वो जडेजा भी हो सकते हैं. इससे नंबर छह और सात पर खेलने वाले खिलाड़ियों को थोड़ी छूट मिलेगी. वह आक्रामक बल्लेबाजी की शुरुआत थोड़ी जल्दी कर सकते हैं. हम इस नजरिए को ध्यान में रखकर चर्चा कर रहे हैं."
पूर्व हरफनमौला खिलाड़ी ने कहा, "हमें अगले मैच में भी कोशिश करना होगी और सीखना होगा. हर मैच अहम है। हम उन चीजों पर ध्यान देंगे जो गलत हुई थीं और उन्हें सही करेंगे."
इंग्लैंड के खिलाफ मैच में धोनी की बल्लेबाजी पर भी सवाल उठे थे, लेकिन बांगर को लगता है कि धोनी पर सवाल उठाना सही नहीं है.
बांगर ने कहा, "एक दो बार को छोड़कर उन्होंने हमेशा अपनी जिम्मेदारी निभाई है. सात में से पांच मैचों में उन्होंने अपना काम किया है. अगर आप दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मैच को देखेंगे तो उन्होंने रोहित के साथ 70 रनों की साझेदारी की. इसके बाद आस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच में भी उन्हें जो करना चाहिए था वो उन्होंने किया.मैनचेस्टर में विंडीज के खिलाफ मुश्किल विकेट पर भी वह 56 अहम रन बना गए."
उन्होंने कहा, "यहां भी, वह गेंद को अच्छा मार रहे थे। मैं इस बात से हैरान हूं कि यह सवाल हमेशा उठ कर आता है. वह टीम के लिए अपना काम कर रहे हैं और हम सभी इससे खुश हैं."
बांगर ने साथ ही कहा कि टीम नंबर-4 पर पंत के साथ ही जाना चाहेगी. बांगर ने कहा, "शिखर धवन के जाने के बाद टीम प्रबंधन को बाएं हाथ के बल्लेबाज की कमी खल रही है. दाएं-बाएं हाथ के बल्लेबाजों की जोड़ी मध्य के ओवरों में गेंदबाजों को परेशान करती है। इसी कारण आदिल राशिद उतने ओवर नहीं कर सके जितने वो करते हैं."