नई दिल्ली, 1 दिसंबर: नियमित गेंदबाजों के बैकअप के लिए गेंदबाजी विकल्प की कमी और वनडे प्रारूप में खुद को तेजी से ढालने में असमर्थ होने के कारण भारत (India) को आस्ट्रेलिया (Australia) के हाथों सीरीज गंवानी पड़ी है जबकि एक मैच और खेला जाना बाकी है. सिडनी क्रिकेट ग्राउंड (Sydney Cricket Ground) पर लगातार दो वनडे हारने के कारण भारतीय टीम तीन मैचों की सीरीज में 0-2 से पिछड़ चुकी है और अब वह लगातार पांच वनडे मैच हार चुकी है. इससे पहले उसे फरवरी में न्यूजीलैंड से तीन वनडे मैचों में हार मिली थी.
दरअसल, ऑस्ट्रेलिया में भी अब सीमित ओवर क्रिकेट में सपाट पिच बनने लगी है. ऐसे में भारतीय गेंदबाज़ वहां उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पा रहे है. टीम के पास कोई ऐसा पार्ट-टाइम गेंदबाज नहीं है जो बीच की ओवरों में रन-गति को रोक सके.
सिडनी में मिली दो हार ने भारत और आस्ट्रेलिया के बीच बहुत बड़ा गैप होने का खुलासा कर दिया है. भारत करीब दो महीने तक टी20 क्रिकेट खेलने के बाद 50 ओवरों के प्रारुप में खुद को ढ़ाल रहा है. कप्तान विराट कोहली ने पहले वनडे में मिली हार के बाद कहा था कि खिलाड़ी अभी तक टी 20 मोड से बाहर नहीं आए हैं. उन्होंने कहा था, " हम टी 20 क्रिकेट खेल रहे हैं. संभवत: जिसका असर हो सकता है. 25 ओवर के बाद बॉडी लैंगवेज अच्छी नहीं थी."
यह भी पढ़ें: Ind vs Aus 2nd ODI 2020: राहुल ने बताई टीम इंडिया की खराब फील्डिंग की वजह
हालांकि, भारत की सबसे बड़ी चिंता एक ऑलराउंड विकल्प की कमी रही है, जो नियमित गेंदबाजों को बैक-अप के रूप में काम कर सके. मेहमान टीम ने रविवार को पूरी तरह से फिट नहीं दिख रहे हार्दिक पांडया से गेंदबाजी कराने की कोशिश की और अच्छा प्रदर्शन किया, लेकिन अगर उन्हें बुधवार को होने वाले तीसरे और अंतिम मैच में जीत हासिल करनी है, तो पांडया को अधिक ओवर फेंकने पड़ सकते हैं.
चूंकि वह गेंदबाजी करने के लिए तैयार नहीं है, इसलिए उनके लिए यह कठिन और जोखिम भरा हो सकता है. लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल हाल के दिनों तक वनडे में भारत के मैच विजेता स्पिनर थे, उन्होंने दोनों मैचों में 20 ओवरों में 160 रन दिए, जिसमें उन्हें सिर्फ एक ही विकेट मिला. भारत को अब कुलदीप यादव की तरफ जाना पड़ सकता है, जिन्होंने हाल के दिनों में बहुत अधिक मैच नहीं खेले है.