इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने सोमवार को कहा कि भारत (India) को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे वनडे मैच में देश के सैन्य बलों (Armed Forces) के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने के लिए सैनिकों जैसी टोपी पहनने की अनुमति दी गई थी. पाकिस्तान (Pakistan) ने इस पर आपत्ति जताई थी. रांची (Ranchi) में आठ मार्च को खेले गए तीसरे वनडे में भारतीय टीम ने पुलवामा आतंकी हमले (Pulwama Terror Attack) में शहीद सीआरपीएफ जवानों के सम्मान में सैन्य टोपियां पहनी थी और अपनी मैच फीस राष्ट्रीय रक्षा कोष में दान कर दी थी.
International Cricket Council (ICC) spokesperson to ANI on Team India sporting camouflage caps at a match: The BCCI sought permission from the ICC to wear the caps as part of a fundraising drive and in memory of fallen soldiers (in Pulwama attack), which was granted. (File pic) pic.twitter.com/pWAMPAgZGR
— ANI (@ANI) March 11, 2019
आईसीसी के महाप्रबंधक (रणनीतिक संचार) क्लेरी फुर्लोग ने बयान में कहा, ‘बीसीसीआई ने धन जुटाने और शहीद सैनिकों की याद में टोपी पहनने की अनुमति मांगी थी और उसे इसकी अनुमति दे दी गई थी.’ पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने आईसीसी को इस संबंध में कड़ा विरोध जताते हुए पत्र भेजा था और इस तरह की टोपी पहनने के लिए भारत के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की थी. यह भी पढ़ें- IPL 2019- यह ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर एक बार फिर राजस्थान रॉयल्स को बना सकता है चैम्पियन
पीसीबी प्रमुख एहसान मनि ने रविवार को कराची में कहा था, ‘उन्होंने किसी अन्य उद्देश्य के लिए आईसीसी से अनुमति ली थी और उसका उपयोग दूसरे उद्देश्य के लिए किया जो कि स्वीकार्य नहीं है.’ वहीं, पाकिस्तान के विदेशी मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा था कि आईसीसी को इसके बारे में कुछ करना चाहिए. पाकिस्तानी मीडिया के हवाले से कुरैशी ने कहा था, ‘दुनिया ने देखा कि भारतीय टीम ने अपनी खेल वाली कैप के बजाय सेना की विशेष कैप पहनी, क्या आईसीसी ने इसे नहीं देखा? हमें लगता है कि यह आईसीसी की जिम्मेदारी है कि वे पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड द्वारा इसका ध्यान दिलाए जाने के बजाय खुद इसका संज्ञान लें.
वहीं, सूचना मंत्री फवद चौधरी ने भी कुरैशी की बात का समर्थन करते हुए ट्वीट किया था, ‘यह सिर्फ क्रिकेट नहीं है.’ उन्होंने कहा था, ‘और अगर भारतीय टीम को नहीं रोका गया तो पाकिस्तानी क्रिकेट टीम को भी दुनिया को कश्मीर में भारतीय ज्यादती के बारे में याद दिलाने के लिए काली पट्टी पहननी चाहिए.’
भाषा इनपुट