लीड्स : ऋषभ पंत (Rishabh Pant) के विश्व कप टीम में शामिल नहीं किए जाने को लेकर काफी बहस हुई थी. अंतत: उन्हें चोटिल शिखर धवन (Shikhar Dhawan) के स्थान पर टीम में जगह मिली और पिछले दो मैचों में वह बहस का मुद्दा रहे नंबर-4 स्थान पर खेल रहे हैं, लेकिन बल्ले से प्रतिभाशाली यह खिलाड़ी मैदान पर फील्डिंग में कमजोर दिख रहा है.
यही कारण है कि कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) तथा महेंद्र सिंह धोनी (M.S Dhoni) को पंत को मैदान पर कहीं ऐसी जगह छुपाना पड़ रहा है, जहां गेंद कम आए. टीम के फील्डिंग कोच आर. श्रीधर ने भी इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए मैच में पंत द्वार बचाए गए पांच रनों का भी विशेष जिक्र किया जिससे पता चला कि पंत से क्या उम्मीद क्षेत्ररक्षण को लेकर की जा रही है.
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पंत मुख्यत: विकेटकीपर हैं, लेकिन धोनी के रहते हुए उन्हें फील्डिंग करनी पड़ रही है. बांग्लादेश के खिलाफ खेले गए मैच के बाद श्रीधर ने कहा, "उनके साथ काफी काम करने की जरूरत है. सबसे पहले तो उन्हें अपनी थ्रो करने की तकनीक को सुधारना होगा और साथ ही यह मानसिकता लानी होगी कि वह मैदान पर फील्डिंग कर रहे हैं. लेकिन, इस समय हमारे पास अभी जो है, हमारी कोशिश उसे बेहतर तरीके से इस्तेमाल करने की है. इसलिए विराट कोहली और धोनी हमेशा उन्हें सही समय पर सही जगह लगाने के लिए सोचते रहते हैं ताकि उनके भीतर से सर्वश्रेष्ठ निकाला जा सके. पिछले मैच में उन्होंने पांच रन बचाए थे जो हमारे लिए बोनस था. उन्होंने एक कैच भी लिया था."
पंत को मैच में बार-बार सीमा रेखा से वापस सर्किल में लाया जा रहा था. वह पूरी सीमारेखा को संभाल नहीं पा रहे थे. वह सीमा पर कैच भी नहीं पकड़ सके जो कप्तान को अखरा. दिनेश कार्तिक जैसे खिलाड़ियों के रहते पंत का काम और मुश्किल हो गया है क्योंकि कार्तिक भी विकेटकीपर होने के साथ-साथ अच्छे फील्डर हैं. धोनी भी अच्छी फील्डिंग कर लेते हैं. इस वजह से पंत के लिए फील्डिंग का मानक काफी ऊंचा हो गया है.
श्रीधर ने कहा, "विकेटकीपर होते हुए भी कार्तिक अच्छे फील्डर हैं. आपने देखा होगा कि उन्होंने बैकवर्ड प्वाइंट पर कुछ अच्छे बचाव किए. यह हमारे लिए बड़ी बात है. पंत वो खिलाड़ी हैं जो फील्िंडग में सुधार कर रहे हैं. उन्हें मैदान पर चौकन्ना रहने के लिए थोड़ी और मेहनत करने की जरूरत है."