नई दिल्ली: पूर्व भारतीय क्रिकेटर से कमेंटेटर बने गौतम गंभीर ने 2019 विश्व कप के लिए एमएसके प्रसाद की अगुवाई वाली भारतीय चयन समिति को भारतीय क्रिकेट के इतिहास में सबसे खराब चयन समिति करार दिया है.
गंभीर की 2019 चयन समिति की आलोचना अंबाती रायडू को विश्व कप टीम से बाहर करने के लिए थी, एक ऐसा कदम जिसने कई क्रिकेट प्रेमियों को हैरान कर दिया. भारतीय टीम के लिए नंबर 4 पर लगातार अच्छा प्रदर्शन करने वाले रायडू को विश्व कप टीम से अनुचित तरीके से बाहर कर दिया गया. IND vs NZ, World Cup 2023: धर्मशाला में विश्व कप क्रिकेट मैच का एक साथ आनंद उठाते दिखे प्रतिद्वंद्वी दलों के नेता
चल रहे भारत बनाम न्यूजीलैंड मैच में लाइव कमेंट्री के दौरान गंभीर ने कहा, "मेरा मानना है कि क्रिकेट के इतिहास में भारत में सबसे खराब चयन समिति थी. इसका कारण उनका निर्णय था अंबाती रायडू जैसे बल्लेबाज को हटाना और उन्हें विश्व कप में शामिल न करना. इसके बजाय उन्होंने दूसरे बल्लेबाज को चुना जबकि उनकी प्राथमिक चिंता नंबर 4 की स्थिति थी. इसलिए, जब आपके पास चयन समिति के भीतर ऐसी सोच और मानसिकता है, हम प्रबंधन की गलती पर चर्चा कर सकते हैं. हालांकि, उन्हें चयनकर्ताओं से अपने स्रोत प्राप्त हुए."
गौतम गंभीर का यह दावा कि इसके पीछे का कारण कोई नहीं जानता. रायुडू को विश्व कप टीम से बाहर करने का फैसला पारदर्शिता की कमी पर जोर देता है, एक ऐसी परिस्थिति जिसने क्रिकेट जगत के भीतर हंगामे और चर्चा को और बढ़ा दिया है.
"और कोई भी वास्तव में इसका कारण या संचार क्या था नहीं जानता. इसलिए इस मामले में चेयरमैन की सबसे बड़ी जिम्मेदारी बनती है. मुझे याद नहीं है कि उस समय अध्यक्ष कौन थे, लेकिन ज़िम्मेदारी उन पर थी.''
2019 में भारत का विश्व कप अभियान न्यूजीलैंड से सेमीफाइनल में हार के साथ समाप्त हुआ.