मुंबई: पाकिस्तान क्रिकेट (Pakistan Cricket) में आए दिन कोई न कोई हंगामा सामने आता है. ऐसा ही कुछ पूर्व क्रिकेटर समी असलम (Sami Aslam) ने पाकिस्तान क्रिकेट को लेकर चौकाने वाला बयान दिया है. समी असलम ने पाकिस्तान क्रिकेट में फेवरेटिज्म पर सवाल उठाए हैं और कहा है कि जब तक ये चीजें खत्म नहीं होती हैं तब तक आप बेहतरीन प्लेयर नहीं बना सकते हैं. ऐसा पहली बार नहीं हुआ है जब पाकिस्तान क्रिकेट में फेवरेटिज्म नहीं हुआ हो. इससे पहले पूर्व गेंदबाज दानिश कनेरिया (Danish Keneria) भी पक्षपात का आरोप लगा चुके है. India Vs Pakistan: क्रिकेट फैंस के लिए गुड न्यूज, भारत-पाकिस्तान इस साल खेल सकते हैं टी-20 सीरीज- रिपोर्ट
बता दें कि समी असलम ने शनिवार को एक इंटरव्यू में बताया कि पीसीबी की सेलेक्शन कमेटी अब प्लेयर्स को अपने आपको साबित करने के लिए ज्यादा मौके देने में विश्वास रखती है. लेकिन जब मैं टीम का हिस्सा था तब ऐसा नहीं था. समी असलम ने कहा कि उनके जमाने में 20 मैचों में भी फ्लॉप होने के बाद फेवरेटिज्म की वजह से टीम में जगह मिल सकती थी. जबकि जो खिलाड़ी फेवरिट नहीं होता था उसे एक मैच के बाद ही बाहर का रास्ता दिखा दिया जाता था.
समी असलम ने आगे कहा कि सबसे बड़ी दिक्कत ये है कि जिस भी खिलाड़ी को पीसीबी मौका दे रहे थे उसे सेटल होने की इजाजत ही नहीं थी. कुछ ही मैचों में खराब प्रदर्शन के बाद उस प्लेयर को बाहर का रास्ता दिखा दिया जाता था. अब सेलेक्टर्स प्लेयर्स को पूरे मौके देने की बात करते हैं. लेकिन पहले ऐसा नहीं था और दो बार कम रन बनाने के बाद किसी भी बेहतरीन बल्लेबाज को टीम से बाहर कर दिया जाता था. अगर फेवरेटिज्म का कल्चर समाप्त नहीं हुआ तो फिर आप बेहतरीन प्लेयर नहीं बना सकते हैं."
समी असलम ने पाकिस्तान की तरफ से 13 टेस्ट मैच खेले और इस दौरान 31.58 की औसत से 758 रन बनाए. टेस्ट क्रिकेट में उन्होंने 7 अर्धशतक लगाए और उनका उच्चतम स्कोर 91 रन रहा.