मुंबई: टीम इंडिया (Team India) के स्टार खिलाड़ी ऋषभ पंत (Rishabh Pant) शुक्रवार को हुए कार एक्सीडेंट के बाद से देहरादून (Dehradun) के मैक्स हॉस्पिटल (Max Hospital) में भर्ती हैं. इस साल के अंत में ऋषभ पंत के साथ हुए इस दुर्घटना ने सभी फैंस चौंका कर रख दिया हैं. फैंस शुक्रवार की सुबह इस खबर के साथ पूरे दिन परेशान रहे. भारत में ऋषभ पंत की फैन फॉलोइंग बहुत ज्यादा है. एमएस धोनी (MS Dhoni) के संन्यास लेने के बाद से ही ऋषभ पंत बीसीसीआई (BCCI) और फैंस की पहली पसंद रहे हैं. ऐसे में उनके लिए फैंस का घबराना लजमी सी बात है.
इस भयानक हादसे में ऋषभ पंत खुशकिस्मत रहे कि वह बच गए. ऋषभ पंत के हालत को लेकर बीसीसीआई लगातार नजरें बनाए हुए है. फैंस उनकी अपडेट जानने के लिए बार-बार न्यूज और सोशल मीडिया का सहारा ले रहे हैं, लेकिन कुछ फैंस ने तो हद ही कर दी हैं. Year Ended 2022: टेस्ट क्रिकेट में इन भारतीय बल्लेबाजों ने साल 2022 में बनाए हैं सबसे ज्यादा रन, यहां देखें पूरी लिस्ट
ऋषभ पंत के हेल्थ का अपडेट लेने के लिए फैंस ने मुंबई में बीसीसीआई के हेडऑफिस कॉल करना शुरू कर दिया हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस बात की पुष्टी की गई है. फैंस बीसीसीआई के ऑफिस में फोन लगाकर ये जानने की कोशिश कर रहे हैं कि ऋषभ पंत कौनसे हॉस्पिटल में भर्ती हैं और उनकी हालत कैसी हैं. कुछ फैंस ने तो हद ही कर दिया. वह इस बात की भी जानकारी लेना चाह रहे हैं कि क्या ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होने वाले टेस्ट सीरीज में ऋषभ पंत टीम का हिस्सा होंगे या नहीं.
बता दें कि शनिवार को डीडीसीए के डायरेक्टर ने ऋषभ पंत से मुलाकात की और उनके हेल्थ को लेकर बड़ा अपडेट देते हुए बताया कि उन्हें दिल्ली लाने के लिए एयरलिफ्ट करने की जरूरत नहीं है. ऋषभ पंत की हालत अभी पहले से काफी बेहतर है और वह डॉक्टरों की निगरानी में हैं.
टीम इंडिया के स्टार विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत को सिर पर और घुटने में चोटें आई है. बीसीसीआई पंत के घुटने में लगी चोट को लेकर काफी ज्यादा चिंता में है. बीसीसीआई के अधिकारीयों ने मैक्स हॉस्पिटल में ऋषभ का इलाज कर रहे डॉक्टरों से मुलाकात की और उन्हें कहा कि बीसीसीआई की मेडिकल टीम उनका इलाज करेगी. फिलहाल लिगामेंट की चोट ठीक होने में दो से छह महीने लगते हैं. अगर ऐसा हुआ तो शायद पंत बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी या फिर आईपीएल के भी शुरुआती मैच मिस कर सकते हैं. लेकिन अभी इस बारे में मेडिकल रिपोर्ट आने से पहले कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी.