
CSK IPL 2025 Playoff Qualification Scenarios: चेन्नई सुपर किंग्स (Chennai Super Kings) रविवार 20 अप्रैल को टाटा आईपीएल 2025 में वानखेड़े स्टेडियम में मुंबई इंडियंस से नौ विकेट से हार गई. इस मैच के बाद चेन्नई के प्लेऑफ की संभावन को बड़ा झटका भी लगा है. क्योंकि उनकी मौजूदा फॉर्म को देखते हुए ज्यादा मैच नहीं बचे हैं और उन्हें एक और हार का सामना करना पड़ा. इंडियन प्रीमियर लीग 2025 के सीज़न में यह चेन्नई की छठी हार थी. फिलहाल पांच बार की चैंपियन आठ मैचों में सिर्फ़ चार अंकों के साथ अंक तालिका में सबसे नीचे है. हालांकि ऐसे में आपके मन में यह सवाल आ रहा होगा की क्या चेन्नई सुपर किंग्स प्लेऑफ से बाहर हो गई. तो चलिए इसी समीकरण के बारे में जानतें हैं.
बता दें की पांच बार की चैंपियन अभी भी प्रतियोगिता से बाहर नहीं हुई है. पिछले सीज़न में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने 14 अंकों के साथ प्लेऑफ़ के लिए क्वालीफाई किया था. हालांकि इसके लिए एक मज़बूत नेट रन रेट की आवश्यकता थी. यह पहली बार था जब कोई टीम 14 अंकों के साथ प्लेऑफ़ में पहुंची थी. जब से लीग का विस्तार 10 टीमों तक हुआ है.
चेन्नई सुपर किंग्स को हर मैच जीतना होगा
बता दें की चेन्नई सुपर किंग्स के लिए अब तक का सीजन मुश्किल रहा है. 8 मैच खेलने के बाद उनके पास टेबल पर सिर्फ़ 4 अंक हैं. इसका मतलब है कि उन्होंने सिर्फ़ 2 गेम जीते हैं और 6 हारे हैं. अगर चेन्नई अपने बचे हुए सभी मैच जीत लेती है. तो वे अधिकतम 16 अंक तक पहुंच जाएगी जो आमतौर पर आईपीएल में प्लेऑफ़ के लिए क्वालिफाई करने के लिए पर्याप्त होता है. लेकिन रास्ता बहुत कठिन है.
अगर चेन्नई एक और मैच हार भी जाती है तो वे बड़ी मुश्किल में पड़ जाएंगे. अगर वे 14 अंक लेकर समाप्त करते हैं. तो नेट रन रेट (NRR) और अन्य टीम के परिणाम खेल में आ जाएंगे. इसलिए मूल रूप से, चेन्नई सुपर किंग्स को अब से हर मैच को फ़ाइनल की तरह लेना होगा. एक हार चेन्नई के इरादे पर पानी फेर सकती है.
आईपीएल 2025 में चेन्नई ने बल्ले से किया ख़राब प्रदर्शन
आईपीएल 2025 में अब तक सीएसके के संघर्ष का एक मुख्य कारण खराब बल्लेबाजी रही है. डेवॉन कॉनवे, रचिन रवींद्र और यहां तक कि शिवम दुबे जैसे बड़े नाम, काफी हद तक एकजुट होकर प्रदर्शन करने में विफल रहे हैं. टीमें जहां पॉवरप्ले में ताबड़तोड़ रन बना रही हैं. वहीं चेन्नई के बल्लेबाज संघर्ष कर रहे हैं. इस सीजन की शुरुआत में एमएस धोनी के निचले क्रम में बल्लेबाजी करने को लेकर चिंताएं थीं और 'थाला' ने एक मैच में अपने फिनिशिंग कौशल की झलक दिखाई थी. लेकिन सीएसके एक इकाई के रूप में फैल रही है. शेख रशीद और आयुष म्हात्रे जैसे युवाओं को शामिल करना सुधार की दिशा में एक सकारात्मक कदम है.