How Many Trees Are Planted for 1 Dot Ball in IPL 2025? पर्यावरण बचाने के लिए BCCI की खास मुहीम! इंडियन प्रीमियर लीग के मैच में हर डॉट बॉल पर लगाए जाते हैं इतने पेड़? KKR ने कर दिया सबकुछ साफ
Saplings (Photo Credits: Pixabay)

How Many Trees Are Planted for 1 Dot Ball in IPL 2025? आईपीएल 2025 में इस बार फैंस को मैदान पर चौकों-छक्कों के साथ एक अनोखी और पर्यावरण हितैषी पहल भी देखने को मिल रही है. डॉट बॉल फेंके जाने पर अब सिर्फ बल्लेबाज़ की परेशानी नहीं बढ़ती, बल्कि उसका सीधा फायदा धरती को भी होता है. जी हां, इस साल BCCI और टाटा ग्रुप ने साझेदारी में एक ग्रीन इनिशिएटिव शुरू किया है, जिसके तहत हर डॉट बॉल पर पेड़ लगाए जा रहे हैं. फैंस ने टीवी स्क्रीन पर स्कोर ग्राफिक्स में हरे पेड़ों के चिन्ह देखे हैं जो इसी अभियान का हिस्सा हैं. इस पहल की सबसे खास बात यह है कि इस बार यह पूरे टूर्नामेंट के लिए लागू की गई है, जबकि पिछले दो सीज़न में यह सिर्फ प्लेऑफ तक ही सीमित थी. 2023 में चेन्नई सुपर किंग्स और गुजरात टाइटंस के बीच खेले गए क्वालिफायर 1 में 84 डॉट बॉल्स पड़ी थीं, जिसके आधार पर BCCI ने 42,000 पौधे लगाने का ऐलान किया था. यह भी पढ़ें: आईपीएल मैच के दौरान हर डॉट बॉल पर क्यों दिखाया जा रहा पेड़ का निशान, जानिए इसके पीछे की खास वजह

केकेआर ने शेयर किया डॉट बॉल के लिए पेड़ लगाने की लेखा जोखा

हालांकि IPL 2025 की शुरुआत में ऐसी जानकारी सामने आई थी कि हर डॉट बॉल पर 500 पौधे लगाए जाएंगे, लेकिन कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) की सोशल मीडिया पोस्ट ने वास्तविक आंकड़ा उजागर किया. चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ एम.ए. चिदंबरम स्टेडियम में खेले गए एक मैच में KKR ने 61 डॉट बॉल डाली थीं और मैच के बाद उनकी पोस्ट में बताया गया कि BCCI ने 1,098 पौधे लगाए, यानी प्रत्येक डॉट बॉल पर 18 पौधे यह आंकड़ा फैंस के लिए थोड़ा चौंकाने वाला जरूर था, लेकिन यह भी दर्शाता है कि इस पहल को व्यावहारिक रूप से लागू किया जा रहा है. हालांकि अभी तक BCCI की ओर से यह स्पष्ट नहीं किया गया है कि यह संख्या हर मैदान पर समान रहेगी या फिर यह स्थान की उपलब्धता और क्षेत्रीय आवश्यकताओं पर निर्भर करेगी.

इस हरित पहल का उद्देश्य सिर्फ खेल को रोमांचक बनाना नहीं, बल्कि युवाओं और दर्शकों में पर्यावरण के प्रति जागरूकता फैलाना भी है. हर डॉट बॉल पर पेड़ लगाने की सोच एक सकारात्मक संदेश देती है कि कैसे बड़े आयोजनों को पर्यावरण हितैषी बनाया जा सकता है. अगर IPL जैसे विशाल टूर्नामेंट में इस तरह की पहल को सफलतापूर्वक अपनाया जा सकता है, तो भविष्य में दूसरे खेल आयोजनों में भी यह एक प्रेरणा बन सकती है.