बांग्लादेश बनाम जिम्बाब्वे: बांग्लादेशी चीतों ने किया जिम्बाब्वे का शिकार, टेस्ट सीरीज 1-1 से ड्रॉ
मेहदी हसन मिराज (38/5) की बेहतरीन गेंदबाजी की बदौलत बांग्लादेश ने यहां शेर-ए-बांग्ला नेशनल स्टेडियम में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच के पांचवें और आखिरी दिन गुरुवार को जिम्बाब्वे को 218 रन से हराकर दो मैचों की टेस्ट सीरीज 1-1 से ड्रॉ करा लिया.
मीरपुर: मेहदी हसन मिराज (38/5) की बेहतरीन गेंदबाजी की बदौलत बांग्लादेश ने यहां शेर-ए-बांग्ला नेशनल स्टेडियम में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच के पांचवें और आखिरी दिन गुरुवार को जिम्बाब्वे को 218 रन से हराकर दो मैचों की टेस्ट सीरीज 1-1 से ड्रॉ करा लिया. जिम्बाब्वे ने पहला टेस्ट 151 रन से जीता था. बांग्लादेश से मिले 443 रनों का विशाल लक्ष्य का पीछा कर रही जिम्बाब्वे ने मैच के आखिरी दिन दो विकेट 76 रनों से आगे खेलना शुरू किया और उसकी पूरी टीम 83.1 ओवर में 224 रन पर ढेर हो गई.
मेहमान टीम के लिए पहली पारी में शतक बनाने वाले ब्रैंडन टेलर ने दूसरी पारी में भी 167 गेंदों पर नाबाद 106 रन बनाए. उन्होंने अपनी इस पारी में 10 चौके लगाए. उनके अलावा ब्रायन चारी ने 43, कप्तान हेमिल्टन मासाकाड्जा ने 25 और सीन विलियम्स तथा पीटर मूर ने 13-13 रनों का योगदान दिया. यह भी पढ़ें- इस युवा बल्लेबाज ने क्रिकेट दिग्गजों को दिया करारा जवाब, एक हाथ से लगाया शानदार छक्का, आलोचकों के मुंह पर लगा ताला
बांग्लादेश की ओर से मेहदी के अलावा तैजुल इस्लाम ने 93 रन पर दो विकेट और मुस्ताफिजुर रहमान ने 19 रन पर एक विकेट हासिल किए. इस्लाम ने दो मैचों में कुल 18 विकेट चटकाए और उन्हें प्लेयर ऑफ द सीरीज का पुरस्कार मिला. मुश्फिकुर रहीम ने मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार अपने नाम किया.
इससे पहले, चौथे दिन की शुरूआत में अपनी दूसरी पारी का आगाज करने उतरी बांग्लादेश ने छह विकेट के नुकसान पर 224 रनों पर पारी घोषित करते हुए जिम्बाब्वे के सामने मजबूत लक्ष्य रखा. बांग्लादेश ने अपनी पहली पारी सात विकेट के नुकसान पर 522 रनों पर घोषित की थी और जिम्बाब्वे को पहली पारी में 304 रनों पर समेट दिया था. इस लिहाज से वह दूसरी पारी में 218 रनों की बढ़त के साथ उतरी थी.
बांग्लादेश की दूसरी पारी में कप्तान महमुदुल्ला (नाबाद 101) और मोहम्मद मिथुन (67) का ही बल्ला चल सका. दोनों ने पांचवें विकेट के लिए 118 रनों की साझेदारी की. इन दोनों के अलावा मेहंदी हसन मिराज (27) ही दहाई के आंकड़े तक पहुंच सके.
कप्तान ने अपनी पारी में 122 गेंदों का सामना करते हुए चार चौके और दो छक्के लगाए. वहीं मिथुन ने 110 गेंदों की अपनी पारी में चार चौकों के अलावा एक छक्का लगाया.