एशिया कप 2018 के प्रारंभिक मैचों में भारतीय खिलाडियों ने जिस प्रकार हांगकांग, पाकिस्तान और बांग्लादेश की टीमों को पटखनी दी है उससे पूरी टीम का मनोबल सातवें आसमान पर पहुंच गया है. अब तक के सभी मैचों में टीम के सभी खिलाडियों का प्रदर्शन बहुत अच्छा रहा है. टीम के शानदार प्रदर्शन को देखते हुए ऐसा कहा जा सकता है की एशिया कप का सही मायने में भारत ही दावेदार है.
हाल ही में हुए मैचों में टीम के ओपनर बल्लेबाजों ने सधी हुई शुरुआत दी है वही वन डाउन पर बल्लेबाजी करने आ रहे अंबाती रायडू ने भारतीय कप्तान कोहली की गैर-मौजूदगी का एहसास भी नही होने दिया है. मध्यक्रम में दिनेश कार्तिक ने टीम को मजबूती प्रदान की है. पहले मैच में विफल होने के बाद पूर्व भारतीय कप्तान धोनी ने भी उपरी क्रम में मौका मिलने पर बांग्लादेश के खिलाफ बल्लेबाजी में अच्छा हाथ दिखाया था. वही केदार जाधव ने गेंदबाजी से लोगों को काफी प्रभावित किया है लेकिन उन्हें अभी तक बल्लेबाजी करने का मौका इस टूर्नामेंट में एक बार भी नही मिला है. भारतीय तेज गेदबाजों ने विपक्षी टीम को शुरूआती झटके देने का काम बखूबी निभाया है. वही बीच के ओवेरों में भारतीय स्पिनरों ने विपक्षी टीम को रनों के लिए तरसा कर रख दिया है और उन्हें जल्द समेटने का कार्य अच्छे से निभा रही है.
लेकिन अब तक के मैचों में कुछ खिलाड़ियों ने लोगों को सबसे ज्यादा प्रभावित किया है. आगामी मैचों में भी उम्मीद जताई जा रही है कि जीत दिलाने में इन्ही खिलाड़ियों का रोल सबसे अहम होगा. सरल शब्दों में कहे तो जीत का पूरा दारों मदार इन्ही खिलाड़ियों पर रहेगा. यह भी पढ़े-खेल रत्न पुरस्कार के लिए चयनित न किये जाने पर बौखलाए बजरंग पूनिया ने दी कोर्ट में जाने की धमकी
1- शिखर धवन:
शिखर धवन अभी तक हर मैचों में विपक्षी टीम पर भूखे शेर की तरह टूटे है. उन्होंने हांगकांग के खिलाफ 127 तो वहीं पाकिस्तान के खिलाफ 46 और बांग्लादेश के खिलाफ 40 रनों की पारी खेली थी. इस भारतीय ओपनर का बल्ला जब मैदान पर चलता है तो भारत की जीत लगभग पक्की हो जाती है. शिखर धवन ने अभी तक इस टूर्नामेंट में भारत के लिए सबसे अधिक रन बनाये है.
2- रोहित शर्मा:
भारतीय कप्तान ने भी इस पुरे टूर्नामेंट में अपने बल्ले का खुब जलवा बिखेरा है. शर्मा ने हांगकांग के खिलाफ 22 और पाकिस्तान के खिलाफ 52 रनों की पारी खेली थी वही शुक्रवार के दिन हुए बांग्लादेश के खिलाफ भारतीय कप्तान ने नाबाद रहते हुए 83 रनों की आतिशी पारी खेली. आगे के मैचों में भी भारतीय कप्तान से ऐसी ही उम्मीदें रहेंगी. यह भी पढ़े- शोएब मलिक की इस फैसले से पाकिस्तान टीम को हुआ बड़ा नुकसान, जिससे नाराज हुए पाकिस्तानी
3- भुवी और बुमराह की जोड़ी:
भारतीय पेस अटैक भुवी और बुमराह की जोड़ी ने टीम को शुरूआती सफलताए देने की जिम्मेदारी को बखूबी निभाया है. भुवनेश्वर कुमार और बुमराह ने शुरू के ओवेरों में ही विपक्षी टीम को तगड़े झटके देकर उनके बड़े स्कोर बनाने के सपने को अधुरा कर दिया है. जिससे अभी तक इस टूर्नामेंट में कोई भी विपक्षी टीम बड़ा स्कोर भारत के खिलाफ नही कर पाई है.
4- कुलदीप, चहल और जडेजा की तिकड़ी:
इस एशिया कप में कुलदीप यादव और युज़वेंद्र चहल की जोड़ी ने विरोधी खिलाडियों को रनों के लिए तरसा कर रख दिया है. और जल्द से जल्द विरोधी टीम को समेटने का कार्य किया है. वही कुछ समय से भारतीय टीम से बाहर चल रहे अनुभवी आफ स्पिनर रविन्द्र जडेजा ने बांग्लादेश के खिलाफ मौका मिलने पर 4 विकेट लेकर टीम में अपनी मौजूदगी का लोगों को आभास कराया है.