सिडनी, 8 नवम्बर : पाकिस्तान के कोच और पूर्व सलामी बल्लेबाज मैथ्यू हेडन ने कहा है कि ऑस्ट्रेलिया ने अपनी मेजबानी में आयोजित टी20 विश्व कप के लिए पूरी तैयारी नहीं की जबकि दुनिया की दूसरी टीमों ने विश्व कप के लिए पर्याप्त तैयारी की. हेडन ने कहा, "12 महीने पहले हम यहां टी20 विश्व विजेता टीम ऑस्ट्रेलिया की बात कर रहे थे. टूर्नामेंट एक के बाद एक आ रहे हैं. हालांकि ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट के ²ष्टिकोण से आगामी विश्व कपों के लिए तैयारी की जानी चाहिए. यह बड़े टूर्नामेंट हैं और विश्वभर में हर कोई इसकी तैयारी करता है. दुर्भाग्यवश ऑस्ट्रेलिया इस बार सही तरीके से यह नहीं कर पाया."
हेडन ने अफगानिस्तान मैच के लिए मिचेल स्टार्क को बाहर करने के फैसले को 'काफी महत्वपूर्ण' करार दिया. उसी समय, राष्ट्रीय चयनकर्ता जॉर्ज बेली ने इस कदम को और स्पष्ट करने का प्रयास करते हुए कहा कि ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि घायल फिंच की जगह लेने वाले कैमरन ग्रीन, ने ऑस्ट्रेलिया को एक और मध्य ओवर का विकल्प दिया और वे डैथ गेंदबाजी को मजबूत करना चाहते थे. यह भी पढ़ें : पाकिस्तान के खिलाफ इतिहास को भी धत्ता बताना होगा न्यूजीलैंड को
बेली ने कहा, "हर बार जब ऑस्ट्रेलियाई टीम एक बड़े टूर्नामेंट या सीरीज में जाती है, उम्मीदें काफी ज्यादा होती है. हम यहां से सेमीफाइनल में नहीं जाने से निराश हैं. स्टार्क को लेकर वह एक रणनीतिक और मैच-अप से जुड़ा फैसला था. लोग इस पर प्रतिक्रिया दे सकते हैं और वह दे रहे हैं." हालांकि बेली ने स्वीकार किया कि न्यूजीलैंड से पहले मैच में मिली 89 रनों की हार ने टीम को काफी पीछे कर दिया था. सहायक कोच डेनियल वेटोरी ने कहा था कि बेहतर होता अगर बल्लेबाज हार के अंतर को कम करने पर ध्यान देते.
इस पर पूर्व कप्तान बेली ने कहा, "नेट रन रेट से पीछे रहने का मतलब था कि बहुत सी चीजें शायद हमारे नियंत्रण से बाहर थीं. इसके बाद हर मैच में आप रन-रेट को बेहतर करने का प्रयास करते हैं लेकिन यहां अन्य टीमों को श्रेय दिया जाना चाहिए. यहीं पर गलती हो गई, वह पहला मैच हम इस तरह हार गए. आप सोचना चाहते हैं कि अगर बल्लेबाजी क्रम किसी तरह 140-150 तक पहुंच जाता तो बात कुछ और होती."
हेडन ने ऑस्ट्रेलियाई चयनकर्ताओं से भविष्य की ओर आगे बढ़ते हुए कुछ कठोर निर्णय लेने को कहा है. घरेलू धरती पर ऑस्ट्रेलियाई टीम अपने यहां चल रहे टी20 विश्व कप के सेमीफाइनल से पहले ही बाहर हो गई. 2024 में वेस्टइंडीज और अमेरिका में होने वाले टी20 विश्व कप के लिए खिलाड़ियों में खासा बदलाव होने की उम्मीद है. हालांकि उससे पहले भारत में अगले साल अक्तूबर में वनडे विश्व कप होना है. चयनकर्ताओं ने इस महीने के अंत में इंग्लैंड का सामना करने के लिए एक सशक्त टीम का नाम देकर उस टूर्नामेंट की दिशा में पहला कदम उठाया है. इस टीम में आरोन फिंच के रिप्लेसमेंट के तौर पर ट्रेविस हैड को अपना स्थान मजबूत करने का मौका दिया गया है.
पिछले साल टी20 विश्व कप जीतने वाले दल की तुलना में इस साल केवल एक बदलाव किया गया था. टिम डेविड ने मिचेल स्वेप्सन की और फिर कैमरन ग्रीन ने चोटिल जोश इंग्लिश की जगह ली थी. फिंच ने कहा है कि वह फिलहाल अपने भविष्य पर कोई फैसला नहीं लेंगे लेकिन 2024 संस्करण में उनके और मैथ्यू वेड के खेलने की संभावना कम है. स्टीवन स्मिथ के स्थान पर भी सवाल उठेंगे और तेज गेंदबाजी समूह में बदलाव की बात की जाएगी.
पाकिस्तान टीम के मेंटोर हेडन ने पुराने दिनों के साथ तुलना की जब चयनकर्ता भविष्य के विश्व कपों को ध्यान में रखते हुए टीम को बदलने के कठोर फैसले लेते थे. हेडन ने कहा, "ऑस्ट्रेलियाई टीम को सोच विचार करना होगा. मुझे लगता है कि ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट की एक बड़ी ताकत यह पहचानने की क्षमता रही है कि कब उसे अपने दल में बदलाव करना है. मुझे लगता है कि इस टूर्नामेंट को खेलने वाले खिलाड़ियों को पूरा श्रेय और सम्मान मिलना चाहिए.