Asian Boxing Championship: पूजा रानी ने भारत को दिलाया पहला गोल्ड मेडल
साल 2019 में खिताब जीतने वाली और ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर चुकीं पूजा रानी ने मोल्दोनोवा को 5-0 से हराया. भारतीय मुक्केबाजी महासंघ (BFI) और यूएई बॉक्सिंग फेडरेशन द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित की जा रही इस प्रतिष्ठित चैंपियनशिप में भारत ने आठ कांस्य और दो रजत के बाद पहला स्वर्ण जीता है.
नई दिल्ली: भारत की पूजा रानी (Pooja Rani) ने दुबई में चल रहे एशियाई मुक्केबाजी चैम्पियनशिप (Asian Boxing Championship) में अपना खिताब बचाने में सफल रही हैं. पूजा ने रविवार को दुबई में जारी 2021 एएसबीसी एशियाई महिला एवं पुरुष मुक्केबाजी चैंपियनशिप के 75 किग्रा के फाइनल मुकाबले में उजबेकिस्तान की मावलुदा मोल्दोनोवा को एकतरफा अंदाज में हराते हुए भारत को पहला स्वर्ण पदक (Gold Medal) दिलाया. Asian Boxing Championship: एशियन बॉक्सिंग चैंपियनशिप में भारतीय मुक्केबाजों का शानदार प्रदर्शन जारी, कुल 15 पदक किए पक्के
साल 2019 में खिताब जीतने वाली और ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर चुकीं पूजा रानी ने मोल्दोनोवा को 5-0 से हराया. भारतीय मुक्केबाजी महासंघ (BFI) और यूएई बॉक्सिंग फेडरेशन द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित की जा रही इस प्रतिष्ठित चैंपियनशिप में भारत ने आठ कांस्य और दो रजत के बाद पहला स्वर्ण जीता है.
भारतीय दल अब तक 15 पदक जीत चुका है. बैंकॉक में 2019 में भारत ने 13 पदक (2 स्वर्ण, 4 रजत और 7 कांस्य) जीते थे और तालिका में तीसरे स्थान पर रहा था.
हरियाणा के भिवानी की पूजा का एशियाई चैम्पियनशिप में यह चौथा और लगातार दूसरा स्वर्ण पदक है. इंचियोन एशियाई खेलों में कांस्य पदक जीत चुकीं पूजा ने बैंकॉक में 2019 में स्वर्ण जीता था जबकि इससे पहले 2015 में कांस्य और 2012 में रजत पदक जीता था.
इससे पहले, छह बार की विश्व चैम्पियन एमसी मैरी कॉम को अपना प्रेरण स्रोत्र मानने वाली भारत की निडर युवा मुक्केबाज लालबुतसाही को फाइनल में हार मिली. पहली बार एशियाई चैम्पियनशिप में खेल रहीं पुलिस में काम करने वाली और 2019 विश्व पुलिस खेलों में स्वर्ण पदक जीतन वाली लालबुतसाही का 64 किग्रा के फाइनल में सामना कजाकिस्तान की मिलाना साफरोनोवा से हुआ. वह अनुभवी साफरोनोवा से बिल्कुल नहीं डरीं और जमकर मुक्के बरसाए लेकिन वह 2-3 से यह मुकाबला हार गईं.
लालबुतसाही से पहले मैरी कॉम अपने रिकार्ड छठे स्वर्ण से महरूम रह गईं थी. मैरी कॉम को 51 किग्रा वर्ग के फाइनल में दो बार की विश्व चैंपियन नाजि़म काजैबे ने 3-2 से हराया.
मैरी कॉम ने एशियाई चैम्पियनशिप में सातवीं बार हिस्सा लेते हुए दूसरी बार रजत पदक जीता है. उनके नाम पांच स्वर्ण और दो रजत हैं. मैरी कॉम और लैशराम सरिता देवी ने एशियाई चैम्पियनशिप में पांच-पांच स्वर्ण पदक जीते हैं. इस महान मुक्केबाज ने 2003, 2005, 2010, 2012 और 2017 संस्करणों में स्वर्ण जीता था जबकि 2008 और इस साल उनके हिस्से में रजत पदक आया था.
पुरुष वर्ग में मौजूदा चैम्पियन अमित पंघल, अब तक इस टूर्नामेंट में पांच पदक अपने नाम कर चुके शिवा थापा (64 किग्रा) और संजीत (91 किग्रा) सोमवार को अंतिम बार एक्शन में दिखेंगे.
आठ भारतीय मुक्केबाज सिमरनजीत कौर (60 किग्रा), विकास कृष्ण (69 किग्रा), लवलीना बोरगोहेन (69 किग्रा), जैस्मीन (57 किग्रा), साक्षी चौधरी (64 किग्रा), मोनिका (48 किग्रा), स्वीटी (81 किग्रा) और वरिंदर सिंह (60 किग्रा) को सेमीफाइनल में हार का सामना करना पड़ा था. इन सबने देश के लिए कांस्य पदक हासिल किया है.