Bankim Chandra Chatterjee Jayanti 2022: सालों तक अंग्रेजी हुकूमत की प्रताड़ना और हिंसा को झेलने के बाद देश में आजादी के लिए ब्रिटिश सरकार के खिलाफ लड़ाई का बिगुल बजा. स्वतंत्रता संग्राम के दौरान भारत के कई वीर सपूतों ने अंग्रेजों के खिलाफ एकजुट करने का प्रयास किया. भारत के उन वीर सपूतों में बंकिम चंद्र चटर्जी (Bankim Chandra Chatterjee) का नाम भी शामिल है. बंकिम चंद्र चटर्जी न सिर्फ एक उपन्यासकार थे, बल्कि वो एक ओजस्वी साहित्यकार, महान कवि और पत्रकार भी थे. उन्होंने अपनी क्रांतिकारी रचनाओं के जरिए पूरे भारत में स्वतंत्रता की एक ऐसी अलख जगाई, जिससे पूरा भारत ‘वंदे मातरम्’ से गूंज उठा और आजादी के बाद उनके लिखे इस गीत को राष्ट्रगीत घोषित किया गया. बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय का जन्म 27 जून 1838 को पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के कांठलपाड़ा गांव में हुआ था. आइए जानते हैं देश के राष्ट्रगीत वंदे मातरम् के रचयिता से जुड़ी रोचक बातें.
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