'उमांगमलज' जन्मोत्सव पर नारियल चढ़ाने का बड़ा महत्व है. आज दगडूशेठ हलवाई गणपति मंदिर में जन्मोत्सव मनाया गया, जहां भगवान गणेश को 1100 नारियल चढ़ाए गए. हृदय से अहंकार और स्वार्थ को हटाकर परमात्मा का जो शुद्ध, स्वच्छ, शांत दर्शन होता है उसे उमांगमलज कहते हैं. इसीलिए दगडूशेठ गणपति मंदिर में इस जन्मदिन समारोह को मनाते हुए 1100 नारियल चढ़ाने का महत्व है. श्रीमंत दगडूशेठ हलवाई सार्वजनिक गणपति ट्रस्ट, सुवर्णयुग तरूण मंडल ने मंदिर में श्री उमंगमलाज जन्मोत्सव समारोह का आयोजन किया. मंदिर को नारियल से सजाया गया था और जन्मोत्सव का कार्यक्रम सुबह 3:00 बजे शुरू हुआ और ब्रह्मास्पति सूक्त का पाठ किया गया. गायिका सनमिता धापटे-शिंदे द्वारा स्वराभिषेक सुबह 4 से 6 बजे के बीच किया गया, और गणेश याग सुबह 8 बजे किया गया, उसके बाद 'आरती' की गई. इसका वीडियो आप यहां देख सकते हैं.

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