Marriage Equality Petition: सुप्रीम कोर्ट ने समलैंगिक विवाह से जुड़ी सभी याचिकाएं अपने पास की ट्रांसफर

सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को समलैंगिक विवाह को कानूनी मान्यता देने के लिए विभिन्न उच्च न्यायालयों में लंबित याचिकाओं को अपने पास स्थानांतरित कर लिया.

सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को समलैंगिक विवाह को कानूनी मान्यता देने के लिए विभिन्न उच्च न्यायालयों में लंबित याचिकाओं को अपने पास स्थानांतरित कर लिया. भारत के मुख्य न्यायाधीश डी. वाई. चंद्रचूड़ ने कहा कि इस मुद्दे पर एक आधिकारिक फैसले के लिए मामलों को सर्वोच्च न्यायालय में स्थानांतरित करने के लिए याचिकाकर्ताओं के बीच व्यापक सहमति थी, विशेष रूप से इस सवाल पर कि क्या समान लिंग विवाह को 1954 के विशेष विवाह अधिनियम के दायरे में लाया जाना चाहिए.

दिल्ली बाल संरक्षण अधिकार आयोग (DCPCR) ने भारत में समलैंगिक विवाह को कानूनी मान्यता देने की मांग करने वाली याचिकाओं में एक हस्तक्षेप आवेदन दायर किया है. यह निर्णय लेते हुए कि डीसीपीसीआर के अधिकारियों के पास बाल अधिकारों से संबंधित मुद्दों से निपटने का कुल 15 वर्षों का सामूहिक अनुभव है, आवेदन में कहा गया है कि डीसीपीसीआर - बाल अधिकार अधिनियम, 2005 के संरक्षण के लिए आयोग के तहत एक वैधनिक निकाय- बच्चे समानता-लिंग विवाह के प्रभाव पर सर्वोच्च न्यायालय की सहायता करने में सक्षम होंगे.

(SocialLY के साथ पाएं लेटेस्ट ब्रेकिंग न्यूज, वायरल ट्रेंड और सोशल मीडिया की दुनिया से जुड़ी सभी खबरें. यहां आपको ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर वायरल होने वाले हर कंटेंट की सीधी जानकारी मिलेगी. ऊपर दिखाया गया पोस्ट अनएडिटेड कंटेंट है, जिसे सीधे सोशल मीडिया यूजर्स के अकाउंट से लिया गया है. लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है. सोशल मीडिया पोस्ट लेटेस्टली के विचारों और भावनाओं का प्रतिनिधित्व नहीं करता है, हम इस पोस्ट में मौजूद किसी भी कंटेंट के लिए कोई जिम्मेदारी या दायित्व स्वीकार नहीं करते हैं.)

Share Now

\