HC On Freedom Of Speech: फ्रीडम ऑफ स्पीच के नाम पर लक्ष्मण रेखा नहीं लांघनी चाहिए, भगवान के खिलाफ आपत्तिजनक पोस्ट पर हाईकोर्ट की टिप्पणी
एक शख्स ने भगवान शिव के खिलाफ आपत्तिजनक पोस्ट शेयर की थी, जिस पर आज हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट में सुनवाई हुई. कोर्ट ने आरोपी को राहत देने से इनकार कर दिया और कहा- अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर लक्ष्मण रेखा नहीं लांघनी चाहिए.
एक शख्स ने भगवान शिव के खिलाफ आपत्तिजनक पोस्ट शेयर की थी, जिस पर आज हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट में सुनवाई हुई. कोर्ट ने आरोपी को राहत देने से इनकार कर दिया और कहा- अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर लक्ष्मण रेखा नहीं लांघनी चाहिए.
कोर्ट ने कहा- FIR के मुताबिक, डॉक्टर नदीम अख्तर ने भगवान के खिलाफ अपमानजनक कमेंट किया था. जिससे कई लोगों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची. नदीम कोई आम आदमी नहीं है, बल्कि एक पढ़ा लिखा व्यक्ति है, जो अपने कथित पोस्ट और कमेंट के प्रभाव से अच्छी तरह से वाकिफ है. समाज में प्रत्येक व्यक्ति को दूसरे समुदाय की धार्मिक मान्यताओं का सम्मान करना चाहिए और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर लक्ष्मण रेखा नहीं पार कर सकते.
अदालत ने नदीम की अग्रिम जमानत याचिका खारिज करते हुए कहा, अगर नदीम को जमानत दी जाएगी तो समाज को गलत मैसेज जाएगा. दूसरे लोगों को भी ऐसे कमेंट करने के लिए प्रोत्साहित करेगा. जो कि धर्मनिरपेक्ष देश के ताने-बाने के लिए अच्छा है.
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