Viral Video: व्हीलचेयर से चलने वाले संरक्षक को बारिश से बचाने के लिए कैफे कर्मचारी ने किया ऐसा काम, तारीफ करने से खुद को नहीं रोक पाएंगे आप
कहा जाता है कि जरूरत के समय किसी जरूरतमंद की मदद करने से बड़ा नेक काम और कोई नहीं हो सकता है. सोशल मीडिया पर इसी का उदाहरण पेश करने वाला एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. वीडियो में एक कैफे कर्मचारी व्हीलचेयर पर बैठे शख्स को तेज बारिश से बचाने के लिए कुछ ऐसा करता है, जिसे देखकर आप इस शख्स की तारीफ करने से खुद को नहीं रोक पाएंगे.
Viral Video: कहते हैं इस दुनिया में इंसानियत से बड़ा धर्म कोई दूसरा नहीं है. आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में जहां लोगों के पास एक-दूसरे की मदद करने से कतराते हैं तो वहीं कई लोग ऐसे भी हैं जो व्यस्तता के बावजूद भी दूसरों की मदद करने से पीछे नहीं हटते हैं. वैसे भी कहा जाता है कि जरूरत के समय किसी जरूरतमंद की मदद करने से बड़ा नेक काम और कोई नहीं हो सकता है. सोशल मीडिया (Social Media) पर इसी का उदाहरण पेश करने वाला एक वीडियो तेजी से वायरल (Viral Video) हो रहा है. वीडियो में एक कैफे कर्मचारी व्हीलचेयर पर बैठे शख्स (Wheelchair-Bound Patron) को तेज बारिश से बचाने के लिए कुछ ऐसा करता है, जिसे देखकर आप इस शख्स की तारीफ करने से खुद को नहीं रोक पाएंगे.
इस वीडियो को ट्विटर यूजर रैक्स चैपमैन ने शेयर किया है. इस वीडियो के कैप्शन लिखा है- डबलिन, आयरलैंड… द पाइंस कैफे बार- फ्रेंकी के बारटेंडर ने बारिश में एक संरक्षक के घर को बचाने के लिए एक आंगन की छतरी को हटा दिया. दयालु हों. एक फ्रेंकी बनें… इस वीडियो को अब तक 662.5K व्यूज मिल चुके हैं, जबकि इसे 2,938 लोगों ने रीट्वीट और 25.5K लोगों ने लाइक किया है. यह भी पढ़ें: तमिलनाडु: पानी में कदम रखने से मंत्री अनीता राधाकृष्णन ने किया इनकार तो मछुआरों ने उन्हें अपने कंधे पर उठाया (Watch Video)
देखें वीडियो-
वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि व्हीलचेयर पर बैठे एक सरंक्षक को तेज बारिश में भीगने से बचाने के लिए एक बारटेंडर उसे छतरी से कवर कर रखा है. तेज बारिश में छाता पकड़कर वो व्हीलचेयर पर बैठे शख्स को उसके घर तक पहुंचाने में मदद करता है. इस वीडियो पर सोशल मीडिया यूजर्स ने अपनी प्रतिक्रियाएं दी हैं. एक यूजर ने लिखा है- इसे देख मेरी आंखों में आंसू आ गए, यह बहुत प्यारा है. एक अन्य यूजर ने लिखा है- फ्रेंकी को वास्तव में इस बात की परवाह नहीं थी कि बूढ़ा आदमी कितना दूर रहता था.