Viral Video: डिब्बे में बंद करके नन्हे गोरिल्ला की हो रही थी तस्करी, इंस्ताबुल एयरपोर्ट पर किया गया रेस्क्यू
नन्हे गोरिल्ला को एक डिब्बे में बंद करके नाइजीरिया से तुर्की के रास्ते थाईलैंड ले जाया जा रहा था, लेकिन इसकी भनक लगते ही इंस्ताबुल एयरपोर्ट पर शिपमेंट को रोकते हुए गोरिल्ला को रेस्क्यू किया गया.
Baby Gorilla Viral Video: सोशल मीडिया (Social Media) पर एक वीडियो वायरल (Viral Video) हो रहा है, जिसमें तुर्की में अधिकारियों ने तस्करी करके लाए गए नन्हे गोरिल्ला (Baby Gorilla) को रेस्क्यू किया है. नन्हे गोरिल्ला को एक डिब्बे में बंद करके नाइजीरिया से तुर्की के रास्ते थाईलैंड ले जाया जा रहा था, लेकिन इसकी भनक लगते ही इंस्ताबुल एयरपोर्ट पर शिपमेंट को रोकते हुए गोरिल्ला को रेस्क्यू किया गया. तुर्की के कृषि और वानिकी मंत्रालय द्वारा सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर किया गया है, जिसमें टी-शर्ट पहने बेबी गोरिल्ला को बॉक्स से निकाला जा रहा है. रेस्क्यू करने के बाद दो कर्मचारी गोरिल्ला की देखभाल करते और उसे बोतल से दूध पिलाते हुए भी नजर आ रहे हैं.
बताया जा रहा है कि पश्चिमी गोरिल्ला को एक लुप्तप्राय प्रजाति के रूप में सूचीबद्ध किया गया है और इसके व्यापार की अनुमति सिर्फ विशेष परिस्थितियों जैसे वैज्ञानिक अनुसंधान में ही दी गई है. इस मामले में तुर्की के अधिकारियों का कहना है कि उचित दस्तावेज के बिना गोरिल्ला के बच्चे की तस्करी की जा रही थी. यह भी पढ़ें: गोल-गोल घूमकर मस्ती कर रहा था गोरिल्ला, अचानक खंभे से टकरा गया सिर, फिर क्या हुआ... देखें Viral Video
बेबी गोरिल्ला को किया गया रेस्क्यू
तुर्की के व्यापार मंत्रालय ने वन्यजीवों की सुरक्षा के अपने प्रयासों के तहत शिपमेंट को ट्रैक किया और सीमा शुल्क प्रवर्तन की टीम ने इस्तांबुल हवाई अड्डे पर बॉक्स को जब्त करते हुए नन्हे गोरिल्ला को रेस्क्यू कर लिया. मंत्रालय की मानें तो रेस्क्यू करने के बाद गोरिल्ला की सेहत में सुधार हो रहा है, लेकिन उसे अब भी निगरानी में रखा गया है. हालांकि यह स्पष्ट नहीं किया गया कि स्वास्थ्य में सुधार होने के बाद बेबी गोरिल्ला को स्थायी तौर पर कहां रखा जाएगा.
बता दें कि पश्चिमी गोरिल्ला इस प्रजाति के जानवरों को दो प्रजातियों में से एक मानी जाती है, जबकि दूसरी प्रजाति पूर्वी गोरिल्ला है, जो ज्यादातर मध्य और पश्चिमी अफ्रीका के उष्णकटिबंधीय वर्षावनों में पाए जाते हैं, जिनमें कैमरून, गैबॉन, कांगो गणराज्य और मध्य अफ्रीकी गणराज्य जैसे देश शामिल हैं.